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55 मिनट में दिल्ली से मेरठ की यात्रा: ‘तकनीकी परीक्षण’ के लिए तैयार है भारत की पहली ‘रैपिड रेल’

यूपी के गाजियाबाद में नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट (NCRTC) द्वारा विकसित की जा रही भारत की पहली ‘रैपिड रेल’ अपने तकनीकी परीक्षण के लिए तैयार है. NCRTC ने देश की पहली रैपिड ट्रेन की तस्वीर मीडिया से साझा कर इसकी जानकारी दी है. सबसे पहले दुहाई से साहिबाबाद के बीच इस ‘रैपिड ट्रेन’ का ट्रायल किया जाएगा, जो कि अगस्त माह से दिसंबर के आखिर तक चलने की संभावना है.

रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) के तहत दो तरह की ट्रेनें चलेंगी. पहली ट्रेन को ‘रैपिड रेल’ कहा जाएगा जोकि यह मोदीपुरम से बेगमपुर प्रतापपुर होते हुए दिल्ली के सराय काले खां तक ​​चलेगी. दूसरे का नाम मेरठ मेट्रो होगा जोकि मोदीपुरम से बेगमपुर होते हुए प्रतापपुर तक तक चलेगी. ‘रैपिड ट्रेन’ की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह अधिकतम 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी.

रैपिड रेल ट्रेनों की संख्या हर 10 मिनट की आवृत्ति पर 30 तक होगी. ये ट्रेनें दिल्ली से मेरठ के बीच की दूरी सिर्फ 55 मिनट में तय करने में सक्षम होंगी. वहीं हर ट्रेन में छह कोच होंगे, इनमें से एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित होगा. ट्रेन के अंदर एक बिजनेस क्लास कोच होगा, जिसमें खान-पान का सामान भी मिलेगा. इसके अलावा ट्रेन में मोबाइल चार्जिंग, वाई-फाई, सामान रैक इत्यादि का इंतजाम होगा.

 

गौरतलब हो कि NCRTC द्वारा देश के पहले रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम कारिडोर का निर्माण कार्य दिल्ली से मेरठ के बीच किया जा रहा है. इस कारिडोर में तीन खंड हैं. प्राथमिक खंड में दुहाई से साहिबाबाद का 17 किलोमीटर का क्षेत्र आता है, यहां मार्च 2023 में रैपिड ट्रेन का परिचालन शुरू होना है. ट्रेन की निगरानी, रखरखाव का कार्य दुहाई डिपो से किया जाएगा, जिसका इंतजाम किया जा रहा है.