सारण जिले में तरैया के फेनहारा गांव में 5 साल पहले मृत एक बच्चे के जिंदा होने की हैरान करने वाली खब सामने आई तो हर कोई चौंक गया. एक महिला ने दावा किया कि उसका मृत बच्चा जीवित होकर वापस आ गया. देखते ही देखते ये मामल सोशल मीडिया में वायरल हो गया. हालांकि जब उक्त महिला के दावे की पड़ताल की गई तो मामला कुछ और ही निकल आया.
दरअसल, तरैया के फेनहरा गांव में सर्पदंश से मृत्यु के 5 वर्ष बाद जिंदा लौटा बच्चा कुशीनगर के कप्तानगंज का रहने वाला मोनू निकला. बच्चा कुशीनगर के रहने वाले सरवन कुमार का पुत्र है जो मंदबुद्धि है और उसका आधार कार्ड भी बना हुआ है. मगर सवाल यह है कि आखिर मामला इतना हाइलाइट हुआ क्यों?
बता दें कि सोशल मीडिया में जब 5 साल पहले मृत बच्चे के जीवित होने दावा वाला वायरल वीडियो उक्त बच्चे के वास्तविक परिजन तक पहुंचा तो वे दंग रह गए. आनन फानन में परिजन उक्त बच्चा मोनू का आधार कार्ड लेकर उसके परिजन तरैया थाना पहुंचे. परिजनों के पहुंचने के बाद फेनहारा गांव में काफी हंगामा भी हुआ, लेकिन पुलिस ने मामले को शांत करा लिया. इसके बाद पुलिस ने बच्चे को अपनी सुरक्षा में लेकर बाल अधिकार संरक्षण समिति के पास भेज दिया. बताया जा रहा है कि यहां बच्चे की पहचान स्थापित कर उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा.
गौरतलब है कि फेनहारा के हरिंद्र महतो के 5 वर्षीय पुत्र कृष्ण कुमार को वर्ष 2017 में सांप ने डंस लिया था. जिसके बाद मृत समझ उसे गंडक नदी में केले के तना के ऊपर नाम पता लिखने के बाद उसको लिटाकर गंडक नदी में प्रवाह कर दिया गया था. हाल में ही भटककर आया हुआ उक्त बच्चा जब सुनीता देवी को इसुआपुर के पास लावारिस मिला तो उसने दावा किया कि उसका 5 साल पहले मृत बच्चा उसे मिल गया. उक्त बच्चे को लेकर सुनीता देवी गांव चली आई. सुनीता देवी ने बच्चे की पहचान करने का दावा किया.
उन्होंने जो कहानी बताई उसके अनुसार, पांच वर्ष पूर्व वह पीपल के पेड़ के पास खेल रहा था. वहां बना एक छिद्र में वह बच्चा अपना अंगुली डाला तो सांप ने डंस लिया. इसके बाद बच्चे को मृत समझ गंडक नदी में केले के तना के ऊपर रख उसे नदी में प्रवाह कर दिया गया था. बाद में किसी ने सूचना दी कि बच्चा जिंदा है. तब से खोजबीन की जा रही थी. इसी बीच मंगलवार को इसुआपुर के विशुनपुरा से सूचना आई कि उक्त बच्चा यहां है, जिसे लेकर अपने घर लौट आई.
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बच्चे के शरीर पर निशान व नाक के पास मस्सा से उक्त महिला अपना बच्चा होने का दावा कर रही थी. मगर उक्त बच्चा मंदबुद्धि का लग रहा था और वह अपना नाम भी स्पष्ट नहीं बता पा रहा था. बच्चे की असली मां मीरा देवी ने बताया कि बच्चा भटक कर कहीं चला गया था और उसकी तलाश लोग कर रहे थे. थाने में भी उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज है.