धर्म-कर्म:14 जुलाई से शुरू हाेगा सावन, चार सोमवारी का विशेष महत्व, 12 अगस्त काे पूर्णिमा के साथ हाेगा समापन : सावन का महीना शुरू होने में लगभग 14 दिन अभी शेष रह गया है। सावन माह में पूरे देश भर से लाखों कांवरिया सुल्तानगंज से जल भर कर पैदल यात्रा कर बाबाधाम पहुंते है। विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला की तैयारी प्रशासनिक स्तर से शुरू कर दी गई है। इस बार श्रावणी मेला 14 जुलाई से शुरू हाे रहा है और12 अगस्त काे समापन हाेगा।
30 दिनों के सावन में इस बार चार साेमवारी व्रत हाेगा। प्रथम साेमवारी 18 जुलाई, दूसरी साेमवारी 25 जुलाई, तीसरी साेमवारी 01 अगस्त और चाैथी साेमवारी 8 अगस्त काे है। वहीं 12 अगस्त काे श्रावण पूर्णिमा हाेगा। सावन मास को सर्वोत्तम मास कहा जाता है। मान्यता है कि सावन में भगवान भाेलेनाथ के रुद्राभिषेक, पार्थिव पूजा, शिव सहस्रनाम का पाठ करने से शिव की विशेष कृपा बरसती है। भगवान शिव को सावन का महीना प्रिय होने के कारण यह भी है कि भगवान शिव सावन के महीने में पृथ्वी पर अवतरित हुए थे।
इस बार गुरु पूर्णिमा 13 जुलाई काे है। गुरु पूर्णिमा का महत्व भारतीय सनातन धर्म में प्राचीन काल से रही है। 18 पुराणाें के रचयिता महर्षि वेद व्यास की जयंती भी गुरु पूर्णिमा के दिन मनायी जाती है। उनके जन्मदिन के कारण ही आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा तिथि गुरु पूर्णिमा के नाम से प्रसिद्ध है।