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शर्मसार हुआ बिहार, डाक्टर गायब आक्सिजन नहीं मिलने के कारण बच्चे के मुंह में सांस भरता रहा बाप

बिहार में सरकारी हेल्थ सिस्टम का हाल, ऑक्सीजन नहीं मिला तो बच्चे को मुंह से सांस देने को मजबूर पिता, देखें वीडियो : बिहार के आरा जिले से गिरती स्वास्थ्य व्यवस्था की एक शर्मनाक तस्वीर आई है जहां एक पिता को बेटे की जान बचाने के लिए अपने मुंह से बच्चे के मुंह में सांस भरना पड़ा। पानी में डूबे बच्चे को ऑक्सीजन की आवश्यकता थी मगर भव्य बिल्डिंग वाल सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं थी।

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बिहार के आरा जिले से गिरती स्वास्थ्य व्यवस्था की एक शर्मनाक तस्वीर आई है जहां एक पिता को बेटे की जान बचाने के लिए अपने मुंह से बच्चे के मुंह में सांस भरना पड़ा। पानी में डूबे बच्चे को ऑक्सीजन की आवश्यकता थी मगर भव्य बिल्डिंग वाले सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं थी। बेसुध बच्चे को इलाज का इलाज शुरू करने से पहले ही स्टाफ ने सदर अस्पताल ले जाने की नसीहत दी क्योंकि वह डॉक्टर भी नहीं थे। निजी अस्पताल के डॉक्टर ने बच्चे की जान बचा ली है लेकिन, इस घटना से राज्य में सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल गई है।

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मामला जिले के पीरो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है। स्वास्थ्य केन्द्र में पीरो प्रखंड के शिवनाथ टोला निवासी अर्जुन चौधरी अपनी पत्नी के साथ तीन साल के बेटे को लेकर इलाज कराने के लिए पहुंचे। बताया जा रहा है कि गांव में पानी से भरे नाले में डूबने के कारण मासूम बच्चे की स्थिति गंभीर बनी हुई थी। बच्चे के माता पिता उसे लेकर पीरो अस्पताल पहुंचे हैं, लेकिन अस्पताल में बच्चे को बगैर छुए ही आरा जाने को कह दिया गया है। बच्चा बेसुध था और उसकी जान बचाने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत वहां के स्टाफ ने बताई। लेकिन अस्पताल में ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं था। इसलिए अर्जुन चौधरी को बच्चे को कहीं और ले जाने के लिए कह दिया गया। बच्चे की खराब होती हालत को देखते हुए पिता अर्जुन चौधरी ने खुद प्रयास शुरू कर दिया। बच्चे की सांस बचाने के लिए पिता अर्जुन चौधरी अपने मुंह से बच्चे के मुंह में सांस भरने लगे। पीरो सरकारी स्वास्थ्य केन्द्र से बच्चे को मुंह से सांस भरते हुए एक नीजी अस्पताल में ले जाया गया जहां प्राइवेट डॉक्टरों ने बच्चे की जान बचा ली।

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वीडियो वायरल होने के बाद पीरो अस्पताल में कुव्यवस्था और चिकित्सकों की लापरवाही को लेकर आम लोग भी आलोचना कर रहे हैं। बजरंग दल के नेता पंचम बजरंगी ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए पीरो अस्पताल प्रबंधन पर तत्काल करवाई की मांग की है। वहीं भाजपा नेता मदन स्नेही ने भी अस्पताल प्रबंधन और यहां तैनात चिकित्सकों पर मनमानी की जांच कराकर दोषी पर करवाई की मांग की है। इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अखिलेश कुमार ने आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि बच्चे की हालत गंभीर होने के कारण उसे आरा ले जाने की बात कही गई थी।

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इस मामले में आरा के सिविल सर्जन डॉ राम प्रीत सिंह ने कहा कि पीरो अस्पताल में इलाज की समुचित व्यवस्था की गई है। किस परिस्थिति में बच्चे को रेफर किया गया इसकी जांच की जाएगी। पता लगाया जा रहा है कि जब बच्चे को लाया गया था उस समय डॉक्टर मौजूद थे या नहीं। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।

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