बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है. एक तरफ जहां राज्य सरकार इसे सख्ती से लागू कराने में जुटी है वहीं गांव में पंचायत का प्रतिनिधित्व करने वाली एक मुखिया ने भी इसे लेकर मुहिम शुरू की है. सहरसा जिले के महिषी प्रखंड अन्तर्गत वीरगांव पंचायत की मुखिया ने शराब बेचने वाले और पीने वाले की गुप्त सूचना देने वाले व्यक्ति को 51 सौ रुपया इनाम देने की पहल की है.
मुखिया ने बतायी ये वजह
सहरसा जिले के महिषी प्रखंड की मुखिया ने ऐसी पहल क्यों की इसके पीछे की वजह भावनात्मक है. मुखिया अर्चना आंनद कहती हैं कि 25 जनवरी को एक महिला फरियादी रोते हुए उनके पास पहुंचती हैं और बताती है कि मेरे पति मुझको शराब पीकर बहुत पीटे हैं. मुखिया ने बताया कि जब अपने उपर कुछ ऐसा होता है तो ही ऐसे दर्द को महसूस किया जा सकता है. मुखिया ने बताया कि इसके बाद ही 26 जनवरी को ये फैसला लिया कि शराब पीने की लत को हर हाल रोकेंगे.
शराब पीने वाले की सूचना देने पर इनाम
वीरगांव की मुखिया ने बताया कि हमने ये घोषणा की है कि जो भी व्यक्ति शराब पीने वाले या बेचने वालों की सूचना देगा उसकी पहचान गुप्त रखी जाएगी और 5100 रुपये का इनाम भी दिया जाएगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी फैसले की तारीफ करते हुए मुखिया अर्चना आंनद कहती हैं कि इसे धरातल पर मजबूती से लागू कराने का प्रयास है.
आठ दिनों में फर्क आया- मुखिया
वीरगांव की मुखिया अर्चना आंनद का दावा है कि उनके इस घोषणा के बाद पंचायत में अब इसका असर दिख रहा है.आठ दिनों के अंदर ही पंचायत में काफी बदलाव आया है. गौरतलब है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है. सरकार ने शराब कारोबारियों और इसका सेवन करने वालों के खिलाफ लगातार सख्ती बढ़ाई है.
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