सुबह से ही जनकपुर स्टेशन पर उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में नेपाली नागरिक पहुंचे थे। उनके अंदर रेल परिचालन की शुरुआत होने की इतनी खुशी थी कि तपती धूप में बैठ कर भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया। लोग काफी खुश दिखे और कहा – अब ट्रेन से जयनगर-पटना-दिल्ली जाएंगे।
शनिवार दोपहर 12:30 बजे पीएम नरेंद्र मोदी और नेपाल के पीएम शेर बहादुर देउबा ने दिल्ली के हैदराबाद हाउस से हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया था। इससे पूर्व दोनों देशों के प्रधानमंत्री ने बैठक भी की। हालांकि, यात्रियों के लिए रेल सेवा 3 अप्रैल 2022 से शुरू होगी।
स्टेशन व हॉल्ट के बीच दूरियां
जयनगर से इनरबा 4 किमी, एनरबा से खजुली 4.6 किमी, खजुली से महिनाथपुर (हॉल्ट) 6.9 किमी, महिनाथपुर से वेदही 4.4 किमी, वेदही से परवाहा (हॉल्ट) 3.07 किमी, परवाहा से जनकपुर (हॉल्ट) 7.9 किमी व जनकपुर से कुर्था 5.4 किमी है।
भारत-नेपाल के बीच बढ़ेगा बेटी रोटी का संबंध
जनकपुर स्टेशन पर मौजूद लोगों ने कहा- भारत-नेपाल के बीच बेटी रोटी का संबंध बढ़ेगा। नेपाल के नागरिक मनोज कुमार राय ने बताया कि हम लोगों के लिए गर्व की बात है। 8 साल बाद एक बार फिर से भारत और नेपाल आना जाना आसान होगा। उन्होंने कहा कि हम लोग इतने खुश हैं कि सुबह से ट्रेन के इंतजार में स्टेशन पर बैठे हैं।
मात्र 12.50 रुपए में पहुंच सकेंगे नेपाल
भारत से नेपाल जाने के लिए अब महज 12.50 रुपए लगेंगे। जयनगर से इनर्वा जाने का किराया 12.50 रुपए, खजुरी जाने के लिए 15.60 रुपए, महिनाथपुर जाने के लिए 21.87 रुपए, वैदेही जाने के लिए 28.125 रुपए, परवाहा जाने के लिए 34 रुपए और जनकपुर जाने के लिए 43.75 रुपए और कुर्था जाने के लिए 56.25 रुपए लगेंगे।
लगभग 800 करोड़ की लागत से हुआ निर्माण
भारत-नेपाल के बीच बनी इस रेलवे लाइन के निर्माण में लगभग 800 करोड़ रुपए की लागत आई है। जहां जयनगर से बीजलपुरा और बर्दिबास तक 69.08 किलोमीटर परियोजना के अंर्तगत पहले चरण में करीब 34.9 किलोमीटर लंबी जयनगर से जनकपुरधाम-कुर्था रेलखंड पर ट्रेन का परिचालन शुरू हुआ।
कुर्था से बिजलपुरा तक लगभग 18 किलोमीटर लंबे रेलखंड का भी कार्य पूरा हो चुका है। जबकि नेपाल सरकार बिजलपुरा से बर्दिबास तक 16 किलोमीटर की रेलवे लाइन जल्द ही करवा देगी।
व्यापारियों में भी खुशी लहर
रेलवे की शुरुआत होने से नेपाली व्यापारियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। उन्होंने कहा कि पहले समान लाने में पैसे ज्यादा खर्च होते थे। साथ में परेशानियां भी खूब होती थी। लेकिन अब बहुत आसान हो जाएगा। बच्चे भी काफी उत्साहित नजर आए और दोनों देश का झंडा अपने हाथों में लेकर घूमते दिखे।
इस मौके पर जनकपुर रेलवे स्टेशन के बाहर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मिथिला, भोजपुरी और नेपाली गानों पर स्कूली बच्चों ने खूब ठुमके लगाए। सैकड़ों दर्शक भी स्टेज के नीचे से इस कार्यक्रम का लुत्फ उठाते नजर आए।
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