कोहराम: भागलपुर, बांका और मधेपुरा में जहरीली शराब से मौ’त होने की आशंका, प्रशासनिक पुष्टि नहीं : तीन जिलों में अलग-अलग जगहों पर 30 लोगों की मौ’त शनिवार और रविवार को संदिग्ध हालत में हो गई। उल्टी, दस्त और पेटदर्द के लक्षण सबमें पाये गये। मृतकों में 17 भागलपुर जिले के, 12 बांका जिले के और दो मधेपुरा जिले के हैं। बीमार चल रहे कुछ लोगों की आंख की रोशनी भी कम हो गयी है। भागलपुर में दो मृतकों के परिजनों ने बताया कि शराब पीने के बाद मौ’त हुई है। हालांकि, प्रशासन इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है। भागलपुर शहरी क्षेत्र के साहेबगंज में गुस्साए लोगों ने रविवार सुबह हंगामा किया और चार घंटे तक सड़क को जाम रखा।
भागलपुर में होली के मौके पर शराब पीने से सभी की मौ’त होने की आशंका जताई जा रही है। इस बीच डीएम और एसएसपी ने रविवार शाम विश्वविद्यालय थाना पहुंचकर घटना की जानकारी ली। भागलपुर शहरी क्षेत्र में पांच लोगों के अलावा, नारायणपुर में चार, गोराडीह में तीन, कजरैली में तीन, नवगछिया के परबत्ता में एक और शाहकुंड में एक व्यक्ति की मौ’त हुई है। मृतकों में रेलकर्मी और पूर्व सैनिक भी शामिल हैं।
बांका के एक ही प्रखंड में 12 मौतें: बांका जिले के अमरपुर प्रखंड के अलग-अलग गांवों में रविवार को संदिग्ध अवस्था में 12 लोगों की मौ’त हो गई। एसडीपीओ दिनेश चंद्र श्रीवास्तव व एसडीएम डॉ. प्रीति ने गांवों में जाकर घटना की जानकारी ली। परिजनों के अनुसार, शनिवार रात को सभी लोग पेट दर्द, उल्टी होने व आंखों की रोशनी चले जाने की शिकायत कर रहे थे। स्थिति गंभीर देख परिजनों ने रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया। कुछ मरीजों को भागलपुर लाया गया।
मधेपुरा जिले के मुरलीगंज थाना क्षेत्र के दिग्घी गांव में शुक्रवार और शनिवार को दो लोगों की मौ’त हो गयी। मरने वालों में दिग्घी वार्ड दो के नागेन्द्र सिंह के पुत्र पुराकी सिंह (32) और लोजपा प्रखंड अध्यक्ष नीरज निशांत सिंह बौआ शामिल हैं। मौ’त का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन चर्चा है कि दोनों की मौ’त जहरीली शराब पीने की वजह से हुई। परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया है।
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