बिहार के जमुई जिला के सोनो में स्वर्ण भंडार की होने की संभावना है। राष्ट्रीय खनिज विकास निगम इसके उत्खनन की योजना पर काम भी कर रहा है। संभावना के आकलन-अध्ययन के लिए निगम के अधिकारी पटना पहुंच चुके हैं। केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। इस्पात मंत्रालय से जुड़े कार्यों में बिहार किस तरह से केंद्र में है, इस पर उन्होंने विस्तार से बात की।
आरसीपी ने गुरुवार को राष्ट्रीय खनिज विकास निगम को कहा था, कि इस्पात ही नहीं, सभी तरह के खनिज स्रोत को विकसित करने का जिम्मा है। उसी दौरान यह बात सामने आई कि जमुई के सोनो में स्वर्ण भंडार है। इसके उत्खनन की योजना के उद्देश्य से निगम के अधिकारी बुधवार को ही पटना पहुंचे हैं।
बिहार में वेस्ट टू वेल्थ की काफी संभावना
आरसीपी सिंह ने कहा कि वेस्ट टू वेल्थ के तहत आने वाले समय में बिहार में काफी संभावना है। स्क्रैप नीति आने के बाद यहां सेकेंडरी स्टील का काम बढ़ेगा। प्लास्टिक के कचरे को स्टील फैक्ट्री में ईंधन के रूप में इस्तेमाल से बात आगे बढ़ेगी। गया के समीप गम्हरिया में 1,670 एकड़ में विकसित हो रहे इंडस्ट्रियल पार्क में मदर इंडस्ट्री लगेगी।
मक्का और मखाना के लिए भी पहल
आरसीपी ने बताया कि जमुई में लौह अयस्क भी है, लेकिन उसकी गुणवत्ता तय मानक से थोड़ी कम है। इसलिए उसमें मिश्रण कर बेहतर लोहा तैयार हो सकेगा। जमुई के अतिरिक्त औरंगाबाद और गया में भी खनिज की बात सामने आई है। इस पर काम होना है।
इसके अतिरिक्त उनके मंत्रालय के अधीन एक निगम खाद्य उत्पादों के विपणन का काम देखता है। वह त्रिपुरा के कटहल को इंग्लैैंड में बेच रहा। उसे बिहार के मक्का और मखाना पर काम करने को कहा गया है।
माइंडसेट बदलना जरूरी, इससे विकसित होगी उद्यमिता
आरसीपी सिंह ने कहा कि माइंडसेट बदलना बहुत जरूरी है। 20 हजार की नौकरी से बेहतर है कि आप प्रतियोगिता परीक्षाओं को लेकर जितनी मेहनत करते हैैं उतनी उद्यमिता पर करें। पंजाब भी बिहार की तरह लैैंड लाक्ड राज्य है। वहां भी खनिज नहीं, लेकिन देश में सेंकेडरी स्टील के उत्पादक शीर्ष के राज्यों में वह है।
बिहार को विशेष दर्जा के अवययों का लाभ मिलना चाहिए : बिहार को विशेष राज्य का दर्जा के सवाल पर आरसीपी ने कहा कि इसके अवयवों का लाभ बिहार को मिलना चाहिए।
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