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बिहार में संभावित बाढ़ से बचाव की तैयारी शुरू, इन जिलों में NDRF और SDRF की 25 टीमें तैनात

बिहार में संभावित बाढ़ से बचाव की तैयारी शुरू कर दी गयी है। 20 जिलों में एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की 25 टीमें तैनात की गयी है। जवानों को कोरोना गाइडलाइन के तहत काम करना है। इस कारण से इन्हें पीपीटी कीट, मास्क व सेनेटाइजर सहित राहत कार्य में जरूरत की सभी सामग्री दी गयी है।

बिहार में मॉनसून के प्रवेश करते ही पहले फेज में संभावित बाढ़ से प्रभावित 20 जिलों में आपदा प्रबंधन विभाग के दिशा-निर्देश पर एनडीआरएफ की सात और एसडीआरएफ की 18 टीमों को गुरुवार की देर शाम तक तैनात कर दिया गया।

दोनों टीमों को मिला कर कुल 875 से अधिक ट्रेंड जवानों को बाढ़ के दौरान लोगों तक राहत पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गयी है। जवानों को कोरोना गाइडलाइन के तहत काम करना है।

इस कारण से इन्हें पीपीटी कीट, मास्क व सेनेटाइजर सहित राहत कार्य में जरूरत की सभी सामग्री दी गयी है, ताकि बाढ़ के दौरान हर व्यक्ति तक इनकी पहुंच हो सके।

20 बोट और 180 से अधिक लाइफ जैकेट दिये गये

जवानों के पास लगभग 20 बोट एवं 180 लाइफ जैकेट हैं. इनकी मदद से बाढ़ के दौरान लोगों को निकालना आसान होगा। कोरोना से बचाव के लिए अतिरिक्त मास्क और सेनेटाइजर भी दिये गये हैं।

इन जिलों में पहुंची एनडीआरएफ की सात टीमें तैनात की गयी है। एनडीआरएफ की टीम मुजफ्फरपुर, किशनगंज, सुपौल, पटना, गोपालगंज , दरभंगा व पटना के दीदारगंज में भेजी गयी हैं।

वहीं, शुक्रवार को भागलपुर में भी एक टीम पहुंच जायेगी। अधिकारियों के मुताबिक कुल 18 टीमों को बाढ़ के दौरान कामकाज में लगाने का निर्णय लिया गया है।

इन जिलों में गयी एसडीआरएफ की 18 टीमें

एसडीआरएफ की टीम कटिहार, समस्तीपुर, शिवहर, अररिया व मोतिहारी भेजी गयी है। वहीं, 13 जिलों में टीमों को पहले ही तैनात कर दिया गया है।

इनमें मधेपुरा, सहरसा, सीतामढ़ी, बिहटा मुख्यालय, बेगूसराय, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, गाय घाट, खगड़िया, हाजीपुर, सारण, बेतिया व पूर्णिया शामिल हैं।

इन्हें मिली ये जिम्मेदारियां

बाढ़ के दौरान फंस गये लोगों में सबसे पहले गर्भवती महिलाएं , बच्चे व बुजुर्ग को निकालना है।

बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण कर महिलाओं बच्चों व बुजुर्गों की लिस्ट तैयार करेंगे।

मेडिकल टीम और क्विक रिस्पांस टीम भी बनायी गयी है, जो वॉकी-टॉकी के उपयोग से राहत व बचाव में काम करेंगे।

अभी से बाढ़ प्रभावित इलाकों में कोरोनो के प्रति लोगों को जागरूक करेंगे। लोगों को यह भी जानकारी देंगे कि बाढ़ आने पर कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए खुद को बचायेंगे।

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