बिहार के नगर निकाय इलाकों में स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर करने के उद्देश्य से नीतीश सरकार काम कर रही है। स्वास्थ्य का दायरा बढ़ाने हेतु सूबे में 263 नये हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोला जाएगा। प्रत्येक 50 हजार की आबादी पर राष्ट्रीय शहरी मिशन के अंतर्गत एक हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर की स्थापना की जाएगी।
बिहार को नए हेल्थ एंड वैलनेस सेंटरों की स्वीकृति 15 वें वित्त आयोग के तहत मिली है। अभी तक शहरी इलाकों में 14 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य सेंटरों से शहरी आबादी को स्वास्थ्य की सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। हालांकि हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर इससे अलग होगा।
बिहार के नगर निगम क्षेत्र, नगर परिषद क्षेत्र और नगर पंचायत क्षेत्रों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की स्थापना की जाएगी। हेल्थ सेंटर में शहर के लोगों को बुनियादी और जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों का उपचार होगा। साथ ही बीमारियों के नियंत्रण में भी फायदा होगा। मिली जानकारी के मुताबिक, इन सेंटरों पर मातृ स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य के अलावा रिप्रोडक्टिव मैटरनल नियोनेटल चाइल्ड हेल्थ एंड एडोल्सेंट (आरएमएनसीएच) के व गैर संचारी जैसे रोग की स्क्रीनिंग शामिल हैं। इ-संजीवनी द्वारा टेलीमेडिसिन की सुविधा भी इस केंद्र पर उपलब्ध होगी।
बता दें कि हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र पर गैर संचारी रोग उदाहरण के तौर पर ब्लड प्रेशर, डायबटिज और कैंसर की समय-समय पर स्क्रीनिंग की सुविधाएं प्रोवाइड कराई जा रही है। राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा है कि इस वित्तीय साल में केंद्र सरकार की नेशनल हेल्थ मिशन, एनएचएम के सहयोग से नए केंद्रों के निर्माण के लिए राशि स्वीकृत हो चुकी है।
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