बिहार के जमुई के रहने वाले जाबिर अंसारी ने आखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय कराटे चैंपियनशिप (All India Inter University Karate Championship) में तीसरा स्थान प्राप्त करते हुए कांस्य पदक अपने नाम कर लिया है।
पटना विश्वविद्यालय की तरफ से जाबिर ने इस खेल में भाग लिया था। इस जीत के बाद जाबिर और उनके परिजन काफी खुश हैं।
जाबिर अंसारी जमुई जिले के नक्सल इलाके के झाझा प्रखंड के तुम्बा पहाड़ गांव के रहने वाले हैं। आपको बता दें कि वह पहले भी कई कई चैंपियनशिप में सफलता हासिल कर चुके हैं।
जाबिर ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया
जूडो कराटे में दिग्गज बन चुके जाबिर अंसारी पटना विश्वविद्यालय में 2020-23 सत्र के उर्दू विभाग के छात्र हैं। उन्होंने कुरुक्षेत्र में आयोजित होने वाले आखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय कराटे प्रतियोगिता में खेलते हुए गुरुवार को 75 किलो के भार वाले खेल में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया है।
देश के 190 यूनिवर्सिटी के खिलाड़ी कुरुक्षेत्र में हो रहे कराटे चैंपियनशिप में शामिल हुए हैं। जाबिर अंसारी दो बार 2018 और 2021 में बिहार सरकार के खेल सम्मान समारोह में सम्मानित हो चुके हैं।
पहले भी कई बार जीत चुके मेडल
जाबिर के पूर्व के प्रदर्शन की अगर बात करें तो वह कई बार राज्य से लेकर अंतराष्ट्रीय स्तर के चैंपियनशिप में खेलते हुए कई बार मेडल जीत चुके हैं।
जिसमें 2017 में श्री लंका में आयोजित इंटरनेशनल गेम में दूसरा स्थान हासिल किया। जबकि 2015 में नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था। साल 2021 में राज्य स्तरीय चैंपियनशिप में पहला स्थान हासिल किया था।
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जमुई जिले में खुशी की लहर
एक साधारण परिवार से आने वाले जाबिर साल 2015 से कराटे खेल रहे हैं। जाबिर 2018 में चीन और 2019 में टर्की में भी चैंपियनशिप में खेल चुके हैं।
जाबिर के इस सफलता पर जमुई जिले के खेल प्रेमी में खुशी की लहर है। वहीं लोगों ने इस होनहार खिलाड़ी को बधाइयां और शुभकामनाएं दी है।
अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय कराटे प्रतियोगिता
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अंतिम दिन पुरुष के विभिन्न सात वर्गों में हुए अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय कराटे प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबलों में खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है।
50 किलोग्राम भार वर्ग प्रतियोगिता में एमडीयू रोहतक ने स्वर्ण पदक, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी पंजाब व चौ. रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी जींद ने चार-चार पदक हासिल किए हैं। जबकि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने दो अलग-अलग किलोग्राम भार वर्ग में तीसरा स्थान प्राप्त किया है।