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बिहार के जमालपुर में बना में एशिया का पहला रेल कारखाना, अब इलेक्ट्रिक लोको शेड बनाया जाएगा

जमालपुर रेल कारखाना में इलेक्ट्रिक लोको शेड बनेगा। रेल प्रशासन कारखाना का आधुनिकीकरण कर वर्कलोड देने की कवायद तेज कर दी गयी है। आने वाले दिनों में जमालपुर वर्कशॉप मल्टीफेसेड वर्कशॉप बनेगा ताकि यहां क्रेन, वैगन, बीएलसी रैक, जमालपुर जैक, टावर कार आदि का निर्माण व मरम्मत कार्य में तेजी आ सके। यह बातें पूर्व रेलवे कोलकाता के जीएम अरूण अरोड़ा ने शनिवार को कारखाना निरीक्षण के बाद पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि कारखाने को करीब 350 करोड़ का वर्क ऑडर मिला है। रेलवे बोर्ड ने 10 मेमू का पीओएच (मरम्मत) कार्य का वर्कलोड दिया था। एक मेमू 16 कोच के होने के कारण वर्तमान में यहां इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार नहीं है, इसलिए इसे लिलुआ शिफ्ट कर दिया गया है।

अब पुन: जमालपुर वर्कशॉप में इलेक्ट्रिक लोको पीओएच कराने का निर्णय लिया है।

धीरे-धीरे इस कारखाने को इलेक्ट्रिक पीओएच वर्कशॉप में तब्दील कर दिया जाएगा। लिलुआ और कंचरापाड़ा वर्कशॉप के अतिरिक्त कार्य को जमालपुर में कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि जमालपुर अब 175 टन के टेलीस्कोपी क्रेन का निर्माण करेगा। वर्तमान में कारखाने को दो माह पूर्व 225 करोड़ का बीएलसी ऑडर मिला है। 100 करोड़ का डीएफसीसीआईएल का ऑडर है तथा सेल ने भी क्रेन के लिए 25 करोड़ का ऑडर दिया है। इसलिए कारखाने को वर्कलोड का ऑर्डर मिलता रहेगा। उन्होंने कारखाने में मिले नरकंकाल पर कहा कि पुलिस जांच कर रही है। जांचोपरांत दोषी पाए जाने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने जमालपुर शहर के जर्जर रेलवे कॉलोनी पर अफसोस जताया तथा कहा कि फिलहाल फंड की कमी है। लेकिन आने वाले दिनों में जमालपुर की चारों रेलवे कॉलोनियों को मॉडल कॉलोनी बनाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगरतला से दिल्ली के लिए राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन जमालपुर होकर जल्द किया जाएगा। मौके पर पीसीएमई एसआर घोषाल, सीडब्लूएम एसके विजय, डीआरएम यतेंद्र कुमार आदि मौजूद थे।