बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को घरों तक स्वास्थ सुविधा मुहैया कराने के मकसद से स्वास्थ्य विभाग टेली मेडिसीन सेवा उपलब्ध कराएगी। राज्य में डॉक्टरों की कमी को देखते हुए विभाग ने सात निश्चय- दो के तहत ई-संजीवनी टेली मेडिसीन सेवा शुरू की है। इसके तहत ग्रामीण इलाके में रहने वाले लोग घर बैठे ही टेली कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बड़े अस्पताल के चिकित्सक से सलाह मशवरा ले पाएंगे। स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए तैयारी भी तेज कर दी है। राज्य के सभी 534 प्रखंडों में स्पोक्स’ (जहां से मरीज डाक्टर से बात कर सकते हैं) खोलने की तैयारी है।
हाल ही में टेली मेडिसिन सेवा के जरिए डॉक्टरों से लेने वाले सलाह के प्रति मरीजों का रुझान बढ़ा है इसी को देखते हुए बिहार स्वास्थ्य विभाग ने यह फैसला लिया है। दिसंबर से 2021 से मार्च 2022 तक सभी प्रखंडों में ऐसे स्पोक काम करने लगेंगे। इन स्पोक सेंटर में आकर मरीज यहां सप्ताह में छह दिन डाक्टरी सलाह ले सकेंगे। यह स्पोक्स वीडियो कांफ्रेंसिंग सुविधा से युक्त होंगे।
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शुरू से लेकर अभी तक टेली कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 70 हजार से भी ज्यादा मरीज डॉक्टर से सलाह ले चुके हैं। बता दें कि कोरोना महामारी के बाद लोग स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हुए हैं। नतीजा मामूली सी परेशानी में ग्रामीण डाक्टरी सलाह के लिए अस्पताल पहुंचते हैं, जिसकी वजह से ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में डाक्टरों पर काम का दबाव बढ़ रहा था।