पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में एक मामले की सुनवाई करते समय वहां मौजूद सभी लोग एक बार भौचक रह गए। मीरगंज थाना क्षेत्र की एक महिला की शिकायत थी कि उन्हें सात पोता व चार नतनी है। बेटा-बेटी, बहू व दामाद से भरा पूरा परिवार है। इसके बावजूद उनके पति ने तीन बच्चों की मां से दूसरी शादी रचा ली है। इस उम्र में उनके घर सौतन आई है। महिला ने गुहार लगायी कि उनकी सौतन से रक्षा करें।
जब इस बाबत पति से पूछा गया तो उनका जवाब गजब था। उन्होंने बताया कि उसने अपने छोटे लड़के को उसने किसी बात पर एक थप्पड़ मारा था। मामला बहुत बड़ा था। पुत्र को पिता ने एक थप्पड़ मार दिया। वृद्ध ने बताया कि इस बात पर उसकी पत्नी हो गई। उसने पूछा कि क्यों मेरे पुत्र को पीटा। इसपर वृद्ध ने किया वह मेरा भी पुत्र है। कुछ गलती किया था, इसलिए एक थप्पड़ लगा दिए हैं। मामला बहुत बड़ा तो नहीं है। इतना बात सुनते ही वृद्ध की पत्नी को गुस्सा आ गया और उसने अपने पति को चप्पल से पीट दिया। पति को यह असहनीय लगा। इसी गुस्से में उसने दूसरी शादी रचा ली। परमार्श केंद्र के सदस्यों ने वृद्ध से पूछा अब क्या क रना है। इस पर उन्होंने जवाब दिया-दोनों को रखेंगे। पति ने दोनों पत्नी के भरण-पोषण की लिखित जिम्मेवारी उठाई।
वहीं, डगरूआ थाना की एक महिला की शिकायत थी कि उसके पति का अपनी भाभी के साथ नाजायज रिश्ता है। यद्यपि भाभी ने इस आरोप को निराधार बताया। केंद्र की पहल पर मामला सुलझ गया। पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में कुल 25 मामलों की सुनवाई हुई। इसमें आठ विवादों का निष्पादन कर दिया गया। चार मामलों में दोनों पक्षों के अड़े रहने पर उन्हें थाना अथवा न्यायालय की शरण में जाने को कहा गया।