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नीतीश बनेंग देश के अगले प्रधानमंत्री, जदयू का मिशन 2024 हुआ शुरू, JDU ने पोस्टर किया जारी

जदयू ने गुरुवार को पांच नारों के ताजा होर्डिंग पार्टी प्रदेश कार्यालय के बाहर लगाए। पहला नारा है ‘प्रदेश में दिखा, देश में दिखेगा।’ दूसरा है- ‘आश्वासन नहीं, सुशासन’। इसी प्रकार तीन और ‘मन की नहीं, काम की’, ‘जुमला नहीं, हकीकत’ और ‘आगाज हुआ, बदलाव होगा’ के नारे दिए। होर्डिंग्स में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बड़ी तस्वीरें भी लगी हैं। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक तीन-चार सितंबर को पटना में होनी है। पांच से सात सितंबर के बीच नीतीश कुमार के कई राज्यों में जाने की संभावना है। ताजा होर्डिंग की देशभर में चर्चा है। आशय है कि बिहार देश को नेतृत्व देगा।

जदयू की ओर से जारी ताजा होर्डिंग में संदेश साफ है कि वह नीतीश कुमार को पीएम उम्मीदवार देख रहा है। प्रदेश में दिखा, देश में दिखेगा… यानी नीतीश कुमार का विकास मॉडल देश में लागू होगा। होर्डिंग का एक नारा भाजपा पर तंज भी है कि आश्वासन नहीं, सुशासन। वर्ष 2015 के महागठबंधन सरकार के दौरान जदयू ने देश के हर नागरिक के खाते में 15-15 लाख दिये जाने को भाजपा द्वारा जुमला कहे जाने का मुद्दा उठाया था। अब ऐसे तमाम चुनावी घोषणाओं को जदयू मुद्दा बनाने की तैयारी में है।

हालांकि नये नारे पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि ‘प्रदेश में दिखा, देश में दिखेगा’ मतलब नीतीश कुमार बिहार की तर्ज पर देश में सभी विपक्षी पार्टियों को एकमंच पर लाने का प्रयास करेंगे। अलग-अलग राज्यों के क्षेत्रीय दलों को एकजुट करेंगे। होर्डिंग के नारे को इसी संदर्भ में देखना चाहिए। अन्य राज्यों का दौरा नीतीश कुमार कब से शुरू करेंगे, के सवाल पर ललन सिंह ने कहा कि वे विभिन्न दलों से बात कर रहे हैं।

सूत्रों का कहना है कि जदयू की तीन-चार सितंबर को होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद नीतीश कुमार देश की राजनीतिक यात्रा पर निकल सकते हैं। पहले चरण में उनके दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र जाने की चर्चा है। हालांकि जदयू की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। बहरहाल इतना तय है कि देश में विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए नीतीश कुमार देश का भ्रमण करेंगे। वैसे बुधवार को नीतीश कुमार, केसीआर और तेजस्वी यादव की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि अभी नये गठबंधन में नेता के सवाल पर कोई चर्चा नहीं हुई है। पहले विपक्षी दलों को एकजुट किया जाएगा। बाद में बैठक कर तय होगा कि गठबंधन का चेहरा कौन होगा। इस बार थर्ड नहीं, मेन फ्रंट बनाने की तैयारी है।

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