Rail मंत्रालय (Ministry of Railways) के टिकटों का साफ्टवेयर संभालने वाला संगठन सेंटर फोर रेलवे इंर्फोमेशन सिस्टम (CRIS) के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि यह व्यवस्था कम से कम दो महीने तक जारी रहेगी। उन्होंने दिल्ली डिवीजन (Delhi Division) की तरफ से मिले एक पत्र को हमें दिखाया। उसमें स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि साफ्टवेयर में इस तरह से फीड करें कि दो महीने तक बढ़े मूल्य पर प्लेटफार्म टिकट निकले।
मुंबई में तो 7 स्टेशन पर बढ़े हैं प्लेटफार्म टिकट के दाम
यह घटना ज्यादा पुरानी नहीं है। इसी सप्ताह बुधवार को सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ शिवाजी सुतार ने पत्रकारों को बताया कि कोरोना के कारण रेलवे स्टेशन पर भीड रोकने के लिए कुछ स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट के दाम बढ़ाए जा रहे हैं। पहले यह 10 रुपये था जिसे बढ़ा कर 50 रुपये किया जा रहा है। इनमें मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल Chhatrapati Shivaji Maharaj Terminus (CSMT), दादर Dadar लोकमान्य तिलक टर्मिनस Lokmanya Tilak Terminus (LTT) शामिल हैं। इसके साथ ही ठाणे Thane, पनवेल Panvel, कल्याण Kalyan और भिवंडी रोड Bhiwandi Road स्टेशनों के भी प्लेटफार्म टिकट का दाम 50 रुपये कर दिया गया है।
दिल्ली डिवीजन के सभी स्टेशनों पर दाम बढ़ाया
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देश की राजधानी और आस पास के इलाकों को सर्व करने वाला नार्दर्न रेलवे (Northern Railway) का दिल्ली डिवीजन (Delhi Division) तो इससे भी आगे निकला। इस डिवीजन ने तो अपने सभी स्टेशनों के प्लेटफार्म टिकट का दाम 10 रुपये से बढ़ा कर 30 रुपये कर दिया। रेलवे के एक कस्टमर सहदेव बहादुर का कहना है कि नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली और हजरत निजामुद्दीन जैसे बड़े स्टेशनों पर तो महंगा प्लेटफार्म टिकट लोग झेल लेंगे। लेकिन शहादरा, सदर बाजार, सहिबाबाद, फरीदाबाद जैसे छोटे स्टेशनों पर भी तीन गुना महंगा टिकट लोग कैसे झेलेंगे।
दो महीने के लिए बढ़े हैं दाम
क्रिस के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली डिवीजन ने जो पत्र उन्हें भेजा है, उसमें पांच मार्च 2021 के 00.00 बजे से अगले दो महीने तक के लिए साफ्टवेयर में परिवर्तन करने को कहा गया है। मतलब कि चार मई 2021 तक तो लोगों को बढ़ी हुई कीमत पर प्लेटफार्म टिकट खरीदना ही होगा। यदि उसके बाद भी डिवीजनल एडमिनिस्ट्रेशन चाहे तो इसकी अवधि बढ़ाई जा सकती है।