हरनौत नगर पंचायत में शामिल बस्ती गांव के मध्य विद्यालय में शरारत करने से रोकने पर एक छात्र ने प्रभारी प्रधान शिक्षिका के सिर में कट्टा सटा दिया। उन्हें उड़ा देने की धमकी दी। सातवीं के छात्र का दुस्साहस इतना था कि उसने प्रधान शिक्षिका मनोज कुमारी की कनपटी में कट्टा सटा दिया। उन्होंने इसकी शिकायत हरनौत थाने से की। इसमें तीन छात्रों के खिलाफ आवेदन दिया गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने छानबीन की।
शिक्षिकाओं का कहना है कि कई छात्र कट्टा लेकर पहुंच रहे हैं। ये छात्र मंगलवार से ही इस तरह की हरकत कर रहे थे। लड़कियों की कतार में घुस गए। उनसे बदसलूकी की। मना करने पर शिक्षिकाओं से भी अभद्रता की। यहां तक की शिक्षिकाओं पर हाथ उठा दिया। ग्रामीणों के जुटने पर बीच-बचाव हुआ। इस घटना की सूचना देने पर भी उनके अभिभावक नहीं आए। इधर एक बार फिर ये छात्र स्कूल में बदसलूकी कर रहे थे। जब प्रभारी प्रधान शिक्षिका मनोज कुमारी ने उन्हें ऐसा करने से मना किया तो सातवीं कक्षा के एक छात्र ने उनके के सिर में कट्टा भिड़ा दिया और उड़ा देने की धमकी दी। प्रधान शिक्षिका ने तीन बच्चों के खिलाफ विद्यालय में उपद्रव करने की शिकायत हरनौत थाना पुलिस से की है। आवेदन में शिक्षका रेखा कुमारी, श्वेता कुमारी एवं मंजू कुमारी घटना की गवाह बनी हैं। थाने में शिकायत किए जाने से ये बच्चे और अधिक गुस्से में हैं। इधर थानाध्यक्ष देवानंद शर्मा ने बताया कि बस्ती मध्य विद्यालय से बच्चों के उपद्रव की शिकायत मिली है। मामले की पड़ताल की जा रही है।
हरनौत के सामाजिक कार्यकर्ता चन्द्र उदय उर्फ मुन्ना का मानना है कि इस तरह की घटनाओं के लिए बच्चों के माता-पिता और माहौल जिम्मेदार है। बताया कि बच्चे कुसंगति में पड़कर या घर के माहौल से प्रभावित होकर इस तरह की हरकत करते हैं। यह समाज के लिए ठीक नहीं है। मनोविज्ञान के प्रोफेसर विद्या सागर ने कहा कि बच्चे स्वभाव से शरारती होते हैं। बच्चों में नकारात्मक एवं हिंसक प्रवृति का जन्म परिवेश आधारित होता है। ऐसे बच्चों को सकारात्मक माहौल में रखकर सही मार्गदर्शन से सुधारा जा सकता है।
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