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चिराग एक दिन बिहार का सीएम बनेंगे, देश का भी नेतृत्व करेंगे, मरने से पहले बोल गए थे रामविलास पासवान

आज लोजपा और पासवान परिवार लगभग टूट के कगार पर है। चिराग और पशुपति पारस खेमा एक दूसरे को नीचा दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा। डेली बिहार इस राजनीतिक विवाद के बीच आपके लिए लेकर आया है राम विलास पासवान का पुराना इंटरव्यू…

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लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान अपने बेटे को बिहार का मुख्यमंत्री बनते हुए देखना चाहते हैं. रामविलास पासवान ये भी कह रहे हैं कि चिराग पासवान एक दिन देश का नेतृत्व भी करेंगे. हालांकि ये अभी तत्काल संभव नहीं है लेकिन जल्द ही ये सब जरूर होगा.

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एक टेलीविजन चैनल को दिये गये इंटरव्यू में रामविलास पासवान ने कहा कि वे अपने बेटे चिराग पासवान को बिहार का मुख्यमंत्री बनते हुए देखना चाहते हैं. रामविलास पासवान ने कहा

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“हां, मैं चाहता हूं कि चिराग पासवान बिहार के मुख्यमंत्री बनें. ये कब होगा और कैसे होगा ये फिलहाल नहीं कह सकता हूं. लेकिन दो साल में, पांच साल में या फिर उसके बाद के समय में ये जरूर होने जा रहा है.”

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चिराग देश का नेतृत्व करेंगे

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रामविलास पासवान ने कहा कि वे आज भविष्यवाणी कर रहे हैं कि चिराग पासवान देश का भी नेतृत्व करेंगे. हालांकि ये अभी नहीं होगा. अभी तो नरेंद्र मोदी जी देश का बेहतर नेतृत्व कर रहे हैं. लेकिन आने वाले 20-25 सालों में ये होने जा रहा है कि चिराग पासवान देश के शीर्ष नेताओं में से एक होंगे.

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मेरे पास मौका था लेकिन मुख्यमंत्री नहीं बना

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रामविलास पासवान ने कहा कि अपने राजनीतिक जीवन में उन्हें कई मौके मिले जब वे बिहार का मुख्यमंत्री बन सकते थे. लेकिन उन्होंने इन मौको को नकार दिया. वीपी सिंह जब देश के प्रधानमंत्री थे तब भी उन्हें बिहार का मुख्यमंत्री बनने का ऑफर मिला लेकिन उन्होंने इसे नहीं स्वीकारा.

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2005 में भूल हुई

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रामविलास पासवान ने कहा कि उनसे 2005 में सियासी भूल हुई. 2005 के पहले विधानसभा चुनाव में त्रिशंकु विधानसभा थी और उनके पास 29 विधायक थे. तब नीतीश कुमार उनके पास ऑफर लेकर आये थे कि साथ मिलकर सरकार बनायी जाये. लेकिन उन्होंने उसे ठुकरा दिया था.

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रामविलास पासवान ने कहा कि 2005 में वे अपनी विचारधारा पर अड़े थे. वे चाहते थे कि बिहार का मुख्यमंत्री किसी मुसलमान को बनाया जाये. लेकिन न नीतीश कुमार ने उनकी बात मानी और ना ही लालू प्रसाद यादव ने. नतीजा ये हुआ कि उनकी पार्टी को तोड़ दिया गया और बाद में बिहार के विधानसभा को ही भंग कर दिया गया.

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input – daily bihar

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