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गुगल ने माना बिहारी दिमाग का लोहा, बेगूसराय के IIT छात्र ऋतुराज को कहा थैंक्स, 20 लाख ईनाम मिलेगा

PATNA- ऋतुराज ने गूगल को बतायी उसकी खामी, गूगल ने रिसर्चर की सूची में दर्ज किया नाम, इनाम भी मिलेगा : शहर के संत जोसेफ पब्लिक स्कूल के सत्र 2017 के दसवीं कक्षा के छात्र रहे ऋतुराज चौधरी ने गूगल में एक महत्वपूर्ण खामी खोज निकाली है। जिसमें ऋतुराज ने बताया कि गूगल वर्तमान में दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है। लेकिन उसकी साइट पर ब्लैक हट हैकर एक रास्ते से हमला कर सकते थे। इसी खामी को उन्होंने गूगल को रिपोर्ट की थी।

जिसके बाद गूगल ने इसे अपनी गलती मानते हुए उसमें सुधार का कार्य शुरू कर दिया है। गूगल ने भी इसे स्वीकारते हुए इसे बड़ी चूक माना है। गूगल ने ऋतुराज के इस खोज के लिए उनका नाम अपने रिसर्चर की सूची में दर्ज कर लिया है। साथ ही उसे गूगल हॉल ऑफ फेम से सम्मानित किया है। ऋतुराज की इस उपलब्धि का बेगूसराय ही नहीं पूरे देश में चर्चा है ।गूगल ने ऋतुराज को इसके लिए इनाम की भी घोषणा की है।

आईआईटी मणिपुर के छात्र हैं ऋ तुराज
मालूम हो कि ऋतुराज शहर के मुंगेरी गंज निवासी राकेश कुमार चौधरी और सुनीता जायसवाल के पुत्र हैं। इनके पिता आभूषण व्यवसायी हैं। ऋतुराज की इस उपलब्धि पर संत जोसेफ पब्लिक स्कूल के चेयरमैन अभिषेक कुमार ने कहा है कि ऋतुराज शुरू से ही प्रतिभाशाली छात्र रहा है। उन्हें इस उपलब्धि पर उनके अभिभावक शिक्षक और जिले के लोगों को बधाई दी है ।

वहीं प्राचार्य शैलेंद्र भट्ट ने शुभकामना देते हुए इसे असाधारण उपलब्धि बताया है। मालूम हो कि ऋतुराज वर्तमान में मणिपुर आईआईटी में बीटेक के द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। वे आईआईटी के अलावे साइबर सिक्योरिटी विषय पर अलग से शोध भी कर रहे हैं। ऋतुराज बताते बताते हैं कि आईआईटी करने के बाद उनका सपना एमएस करने का है। वे साइबर सिक्योरिटी विषय से ही एम एस करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि बीटेक के बाद वे इजराइल या जर्मनी से एमएस की डिग्री लेना चाहते हैं।