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हेलीकॉप्टर सेवा से जुड़ेंगे बिहार के बौद्ध स्थल, यूपी से इन जिलों के लिए शुरू होगी सेवा, गया एयरपोर्ट का होगा विस्तार

पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य बौद्ध सर्किट से जुड़े स्थलों को हवाई मार्ग से जोड़ा जाएगा। बिहार और उत्तर प्रदेश के शहरों को उड़ान सेवा के तहत हेलीकॉप्टर सेवा से जोड़ने की योजना है। इसके साथ ही गया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा को विकसित किया जाएगा। पीएम नरेंद्र मोदी के पहल पर एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) ने इसकी रूपरेखा तैयार कर ली है। इसके लिए एडीबी से तकनीकी और वित्तीय सहयोग मिलेगा।

13 जनवरी को एडीबी के सलाह और उसकी कार्य योजना के संबंध में राज्य के अलग-अलग विभागों, एजेंसियों एवं संबंधित जिलों के कलेक्टर के साथ विकास आयुक्त ने सलाह-मशवरा किया था। बैठक में रिवाइवल आफ इंडिया एज ए ग्लोबल सेंटर आफ बुद्धिस्ट कल्चर एंड टूरिज्म से जुड़ी हुई निर्धारित एजेंडे पर बातचीत हुई। यह तय हुआ कि एक और बैठक के पश्चात प्रस्ताव सौंपा जाएगा। साथ ही इस बात पर भी फैसला हुआ कि यदि एडीबी मदद लिया जाए या नहीं। इससे पूर्व एडीबी के कंट्री डायरेक्टर ने मुख्य सचिव से बैठक आयोजित करने के लिए आग्रह किया था।

बैठक के एजेंडे में गया इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे को 12 हजार फीट करने की बात कही गई है। इसके साथ ही न्यू कार्गाे टर्मिनल, कैट-1 लैंङ्क्षडग सिस्टम के लिए लगमग 300 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। वहीं, उत्तर प्रदेश के वाराणसी या कुशीनगर को बिहार के पटना, वैशाली, राजगीर और बोधगया से हेलीकॉप्टर सेवा से जोड़ने पर विचार चल रहा है।

अन्य जिलों से हेलीकॉप्टर सेवा से जोड़ने की संभावना पर विचार चल रहा है। इसको देखते हुए बैठक में चार जिलों के अलावा मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण एवं भागलपुर के जिलाधिकारी को भी शामिल किया गया। पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी शिर्सत कपिल अशोक ने कहा कि केसरिया स्तूप के मद्देनजर जिले को बौद्ध सर्किट से जोड़ा गया है। यहां हेलीपैड एवं अन्य निर्माण के संबंध में चर्चा की गई है।

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