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सेना में इन पदों पर होने जा रही है बहाली, ये है आवेदन की अंतिम तिथि

सेना में धर्म शिक्षक की बहाली जूनियर कमीशन अधिकारी के लिए पैन इंडिया में होगी. इसे लेकर सेना ने अधिसूचना जारी किया है. बिहार झारखंड के 26 से 36 वर्ष के युवा इसके लिए सेना की अधिकारिक वेब साइट www. joinindianarmy.nic.in पर छह नवंबर की मध्यरात्रि तक कर सकते है. आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. हालांकि, सेना ने बहाली के तिथि की घोषणा अब तक नहीं की है. बताया है कि एडमिट कार्ड जारी होने पर ही तिथि की जानकारी दी जाएगी. इसके लिए लिखित परीक्षा 26 फरवरी 2023 हो होगी. जिसमें वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के उत्तर देने होंगे. दो सौ अंकों की लिखित परीक्षा होगी.

वर्ष 2022-23 के लिए आयु में केवल एक बार छूट दी गयी है

बताया जाता है कि कोविड-19 की वजह से पिछले दो वर्षों की सभी भर्ती प्रक्रिया स्थगित तथा रद्द कर दी गयी थी. संपूर्ण भारतवर्ष के अभ्यर्थियों को अवसर देने हेतु भर्ती वर्ष 2022-23 के लिए आयु में केवल एक बार छूट दी गयी है. 25 वर्ष से कम व 36 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए आयु : सिविल अभ्यर्थियों तथा सेवारत सैनिकों की आयु भर्ती वर्ष 01 अक्टूबर 2022 को 25 वर्ष से कम तथा 36 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए. यानी अभ्यर्थियों का जन्म 01 अक्टूबर 1986 से 30 सितंबर 1997 के बीच हुआ हो और दोनों तारीख शामिल होंगी.

क्या है धर्म शिक्षक का कार्य :

धर्म शिक्षक सेना में धार्मिक ग्रंथों से प्रवचन करते हैं और विभिन्न रेजिमेंटों/ यूनिटों की धार्मिक संस्थाओं में धार्मिक अनुष्ठान करते हैं. उनके कार्यों में सैन्य अधिकारियों, सैनिकों और परिवारों को धार्मिक प्रवचन देना, उनके कल्याण की धर्म शिक्षक के रूप में अंतिम संस्कार कराना आदि शामिल हैं.

धर्मशिक्षक पंडित : धर्म शिक्षक पंडित केवल हिंदू उम्मीदवार जिसके पास विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी विश्वविद्यालय से संस्कृत में शास्त्री/ आचार्य की उपाधि हो. इसके अतिरिक्त व्यक्ति विशेष/ उम्मीदवार के पास शास्त्री/ आचार्य के दौरान ‘कर्मकांड’ एक मुख्य/मूल विषय हो. अथवा ‘कर्म कांड’ में एक वर्षीय डिप्लोमा हो.

धर्मशिक्षक ग्थी : रं केवल सिख उम्मीदवार जिसके पास विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी विश्वविद्यालय द्वारा स्नातक हो. इसके अतिरिक्त व्यक्ति विशेष/उम्मीदवार के पास पंजाबी में ज्ञानी की उपाधि हो. धर्मशिक्षक मौलवी : केवल मुस्लिम उम्मीदवार जिसके पास विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी विश्वविद्यालय द्वारा स्नातक हो. इसके अतिरिक्त व्यक्ति विशेष/उम्मीदवार के पास अरबी में आलिम अथवा उर्दूमें अदीब-एमाहिर या माहिर की उपाधि हो.

धर्मशिक्षक पादरी : केवल ईसाई उम्मीदवार जिसके पास विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी विश्वविद्यालय द्वारा स्नातक हो. इसके अतिरिक्त व्यक्ति विशेष/उम्मीदवार की उपयुक्त गिरजाघर प्राधिकरण द्वारा पादरी की उपाधि प्राप्त हो और जो कि स्थानीय धर्माध्यक्ष द्वारा जारी सूची में शामिल हो. धर्मशिक्षक बौद्ध धर्म गुरु : केवल बौद्ध उम्मीदवार जिनके पास विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी विश्वविद्यालय द्वारा स्नातक हो.

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