बिहार के रोहतास जिले की चंदन पहाड़ी की कंदरा में महान मौर्य सम्राट अशोक के एक ऐतिहासिंक शिलालेख पर मजार बनाने को लेकर प्रदेश की सियासत गरम हो गई है। भारतीय जनता पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर महागठबंधन की सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने सासाराम के चंदन पहाड़ी पर स्थित सम्राट अशोक के शिलालेख पर कब्जा कर मजार बनाने के खिलाफ पहली अक्टूबर को जिले में महाधरना देने का एलान किया है। चौधरी पार्टी के नेतृत्व में स्थानीय नेताओं के साथ विराट प्रदर्शन करेंगे और सरकार से मांग करेंगे कि जल्द से जल्द शिलालेखों को मुक्त करवाया जाए, नहीं तो अनिश्चितकालीन प्रदर्शन करेंगे।
महागठबंधन सरकार में शिलालेखों पर तालाबंदी हो रही है
सम्राट चौधरी ने कहा कि 23 सौ साल से शिलालेख थे, लेकिन जब से लालू-नीतीश की सरकार बनी है, तब से शिलालेखों पर तालाबंदी हो रही है। इन्हीं के शह पर आज दूसरे समुदाय विशेष के लोगों ने शिलालेखों पर कब्जाकर तालाबंदी कर दी है। इसे हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने कई बार सर्वे करवाए। जैसे ही बिहार में सरकार बदली नीतीश कुमार ने इस मसले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। चौधरी ने कहा कि सरकार अगर हमारी बात नहीं मानेगी तब हम आगे की रणनीति बनाएंगे, जिससे अशोक सम्राट की शिलालेखों को मुक्त करवाया जाए।
रोहतास में महान मौर्य सम्राट अशोक के शिलालेख पर मजार
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गौरतलब है कि बिहार के रोहतास जिले की चंदन पहाड़ी की कंदरा में महान मौर्य सम्राट अशोक के एक ऐतिहासिक शिलालेख पर मजार बना दी गई है। जानकारी के मुताबिक पूरे भारत में के अशोक के ऐसे छह से आठ शिलालेख हैं, जिनमें बिहार में केवल एक ही है। लेकिन अब इस शिलालेख पर चूने से पोताई कर चादर चढ़ाई जाने लगी है।