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संतोष सुमन होंगे हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा’ के नए अध्यक्ष, जीतन राम मांझी ने बेटे को सौंपी अपनी राजनीतिक विरासत

बिहार (Bihar) में जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के बेटे संतोष कुमार सुमन हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अगले अध्यक्ष होंगे. यह घोषणा जीतन राम मांझी की तरफ से की गई है. HAM के संस्थापक जीतन राम मांझी ने पटना में कहा कि यह फैसला चार महीने पहले दिल्ली में हुई एक बैठक में लिया गया था. फैसले के मुताबिक उनके बेट संतोष कुमार पार्टी की कमान संभालेंगे. वह HAM के नए अध्यक्ष होंगे.हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (Hindustan Awam Morcha) के मौजूदा अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफे का ऐलान किया है.

पटना में गरीब चेतना सम्मेलन को संबोधित करते हुए जीतन राम ने साफ किया कि वह पार्टी नहीं छोड़ रहे हैं. वह संरक्षक के तौर पर ये देखेंगे कि संतोष कैसा काम कर रहे हैं. बेटे संतोष को राजनीतिक विरासत सौंपने का ऐलान करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि अब वह पार्टी की जिम्मेदारी संभालेंगे. राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की कमान सौंपे जाने के ऐलान के बाद संतोष कुमार ने पिता के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया. बता दें कि स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए HAM के मौजूदा अध्यक्ष ने पद छोड़ने का फैसला लिया है.

जीतनराम ने बेटे को सौंपी राजनीतिक विरासत

‘बीजेपी की गलती से बोचहां सीट पर हार’

बोचहां विधानसभा चुनाव के नतीजे पर भी जीतन राम मांझी ने प्रतिक्रिया दी है. आरजेडी की धमाकेदार जीत पर उन्होंने कहा कि बीजेपी ने टिकट देने में गलती की. HAM के अध्यक्ष ने कहा कि वह पहले ही समझ रहे थे कि यही रिजल्ट होगा. उन्होंने कहा कि इस परिणाम से बीजेपी को सीख लेनी चाहिए.उन्होंने बीजेपी पर किसी की भी न सुनने का आरोप लगाया. हम नेता ने कहा कि पार्टी ने प्रत्याशियों के चयन में भी बड़ी गलती की थी. उन्हें बोचहां सीट से उम्मीदवार का चयन करने से पहले एनडीए के बड़े दलों से बात करनी चाहिए थी.

संतोष कुमार होंगे HAM के अध्यक्ष

जीतन राम मांझी ने कहा कि बीजेपी ने ऐसा नहीं किया, जिसका खामियाजा आज हार के तौर पर भुगतना पड़ रहा है. वहीं पिता की राजनीतिक विरासत अब जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार संभालेंगे. इस बात का अब औपचारिक ऐलान कर दिया गया है. नए अध्यक्ष का ऐलान होते ही संतोष कुमार ने पैर छूकर पिता का आशीर्वाद लिया. वहीं जीतनराम मांझी का कहना है कि वह पार्टी छोड़कर कहीं भी नहीं जा रहे हैं. वह बेटे के कामकाज पर पूरी निगाह रखेंगे.

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