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विवाद बढ़ा तो चली जाएगी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कुर्सी, उपेंद्र कुशवाहा को भाजपा का जवाब

PATNA- जायसवाल बोले- गठबंधन की मर्यादा… एकतरफा नहीं चलेगा, पहली शर्त-पीएम से ट्वीटर-ट्वीटर खेलना बंद करें, पीएम को टैग किया तो अब 76 लाख कार्यकर्ता देंगे जवाब : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने बगैर नाम लिए उपेंद्र कुशवाहा पर सीधा हमला बोला है। कहा कि गठबंधन की मर्यादा का ख्याल रखना सिर्फ भाजपा का काम नहीं है। यह एकतरफा नहीं चल सकता। पहली शर्त यह है कि पीएम से ट्वीटर-ट्वीटर खेलना बंद करें। उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री से सवाल करने पर कड़ी आपत्ति की और कहा कि यदि उनसे सवाल करेंगे तो बिहार भाजपा का 76 लाख कार्यकर्ता इसका जवाब अच्छे से देना जानते हैं। जायसवाल ने सोमवार को सोशल मीडिया पर कहा कि एक बिहार में और दूसरे केंद्र में मंत्री रह चुके हैं। हैरत की बात है कि दयाप्रकाश सिन्हा से पुरस्कार वापस लेने के लिए पीएम को कहा जा रहा है। राष्ट्रपति द्वारा दिए गए पुरस्कार को पीएम से वापस लेने की मांग से बड़ा बकवास हो ही नहीं सकता।

सम्राट अशोक का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान
लेकिन उपेन्द्र यह भी लिखते हैं-’सम्राट अशोक वाले मुद्दे पर हम आपकी राय से सहमत नहीं हो सकते। आपने कहा है कि राष्ट्रपति द्वारा दिए गए पुरस्कार की वापसी की मांग प्रधानमंत्री से करना बकवास है। आप यह तो बताइए कि पुरस्कार वापसी की हमारी मांग का समर्थन करते है या नहीं?

हम सिन्हा के आपसे सौ गुना ज्यादा बड़े विरोधी
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हम सिन्हा के आपसे सौ गुना ज्यादा बड़े विरोधी हैं, क्योंकि आपके लिए यह बिहार में शैक्षिक सुधार जैसा मुद्दा है जबकि जनसंघ और भाजपा का जन्म ही सांस्कृतिक राष्ट्रवाद पर हुआ है। हम अपनी संस्कृति और भारतीय राजाओं के स्वर्णिम इतिहास में कोई छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं कर सकते।
जदयू का पलटवार }बताएं पुरस्कार वापसी की मांग के साथ हैं या नहीं

जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने नया नारा गढ़ा है-’सम्राट अशोक का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान।’ और इसके हवाले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.संजय जायसवाल को दो टूक कह दिया है कि ‘जब तक सम्राट अशोक का असहनीय अपमान और उनकी तुलना औरंगजेब से करने वाले डीपी सिन्हा को दिया गया पुरस्कार वापस नहीं होगा, तब तक इस मसले पर हमारा विरोध जारी रहेगा।’ उन्होंने जायसवाल से पूछा है-’साफ-साफ बोलिए कि आप पुरस्कार वापसी की हमारी मांग का समर्थन करते हैं या नहीं?’ उनको सलाह दी है-’इस मामले को डायवर्ट करने की कोशिश न करें। इसमें बिहार सरकार की कोई भूमिका नहीं है।’ सोमवार को उपेन्द्र द्वारा जायसवाल को लिखे लंबे जवाबी पत्र में इन बातों की विस्तार से चर्चा है।

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