पटना जिले के बाढ़ रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतरने वाले सगुन राम को अपने गांव पंडारक थाना के बड्डुपुर गांव जाना था। यह गांव मुश्किल से 30-35 किलोमीटर दूर होगा। सगुन को गांव जाने के लिए गाड़ी की तलाश थी। इस बीच एक शख्स से उनकी बातचीत हुई और उसने बताया कि उसके लिए गाड़ी आ रही है। दोनों को एक तरफ ही जाना है। वह अपनी गाड़ी से सगुन को उनके गांव छोड़ देगा। सगुन उसकी बातों में आ गए और अब वे इसी बात के लिए पछता रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार सगुन राम हरतालिका तीज के दिन हावड़ा-दानापुर एक्सप्रेस ट्रेन से अल सुबह बाढ़ रेलवे स्टेशन पर उतरे थे। वह अपने घर जाने के लिए वाहन का इंतजार कर रहे थे। तभी एक व्यक्ति ने उन्हें बातचीत करने के क्रम में बताया कि मैं भी उसी के गांव के बगल का रहने वाला हूं और अपनी गाड़ी आ रही है।दोनों साथ में चल सकते हैं।
सगुन उस शख्स की बातों में आ गए। आल्टो कार में सवार होकर सभी लोग स्टेशन से निकल गए। बाढ़ के एसबीआर कॉलेज चौक के पास पहुंचते ही कार में सवार लोगों ने अपना असली रूप दिखा दिया। सगुन से उसका बैग छीन लिया, जिसमें करीब 30 हजार रुपए नगदी और परिवार के लिए कपड़ा और कई सामान थे।
पीडि़त ने इसकी शिकायत पुलिस से की। इसके बाद पुलिस ने टेक्निकल सेल का सहारा लेते हुए टेक्निकल सेल के मनीष कश्यप और उसके साथी ने सरगना का पता लगाते हुए नालंदा जिला से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से कई चोरी के सामान और वाहन भी जब्त किए गए हैं।
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पुलिस अभी पकड़े गए चारों अपराधी के नाम बताने से गुरेज कर रही है। लेकिन मामले से पर्दा उठ चुका है। बाढ़ थाना की पुलिस की मानें तो पकड़ा गया अपराधी कई घटना को इसी तरह से अंजाम देकर आज तक पुलिस की नजर से आंख मिचौली खेल रहा था।