झारखंड शिक्षा परिषद (जेएसी) द्वारा घोषित नतीजों में जो बच्चे सफल हो गए हैं उनके परिवारवाले खुशियां मना रहे होंगे, मुहल्ले में मिठाइयां बांट रहे होंगे, रिश्तेदारों को फोन कर के अपने बच्चे का रिजल्ट सुना रहे होंगे. लेकिन रांची का एक घर ऐसा भी है जहां बेटा 10वीं में फर्स्ट डिवीजन लाया है लेकिन मां फूट फूट कर रो रही है.
आलम को दसवीं में मिले 66.6% अंक
दहाड़ें मार कर रोने वाली ये मां मुदस्सिर आलम की मां है. वही मुदस्सिर आलम जो पैगंबर साहब पर कथित टिप्पणी के विरोध में रांची में 10 जून को हुई हिंसा में मारा गया. मंगलवार को जब झारखंड बोर्ड के नतीजे घोषित हुए तब पता चला कि 15 साल के मुदस्सिर आलम ने दसवीं की बोर्ड परीक्षा में 66.6 फीसदी अंक हासिल किए हैं. आलम उन दो लोगों में शामिल था, जो पैगंबर मोहम्मद के बारे में भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा की कथित भड़काऊ टिप्पणी के खिलाफ शहर में हिंसक विरोध-प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोली का शिकार हो गया था.
सभी विषयों में मिले अच्छे अंक
रांची के पुंदाग में लिटिल एंजल्स हाई स्कूल चारघरवा के छात्र आलम ने झारखंड शिक्षा परिषद द्वारा घोषित नतीजों में 500 में से 333 अंक हासिल किए हैं. आलम को अंग्रेज़ी में 71, हिंदी में 64, उर्दू में 70, विज्ञान में 60, सामाजिक अध्ययन में 68 और गणित में 53 अंक मिले हैं.
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रो पड़ी मुदस्सिर आलम की मां
जैसे हि बेटे का परीक्षा परिणाम सामने आया वैसे ही आलम की मां निकहत परवीन फूट-फूट कर रोने लगीं. परवीन ने कहा कि उनका बेटा फर्स्ट डिवीजन लाया है, लेकिन वह मारा गया. आलम के चाचा शाहिद अयूबी ने कहा कि वह पढ़ाई में अच्छा था. अयूबी ने कहा कि हम उसके लिए बेहतर भविष्य की उम्मीद कर रहे थे. वह परिवार का इकलौता बेटा था.