ये तस्वीर बिहार के कटिहार की है जहाँ रामनवमी के दिन जुलूस के दौरान कुछ हिंदू एक जामा मस्जिद की हिफ़ाज़त के लिए आपस में ह्यूमन चेन बनाए खड़े है,भिड़ से कोई उन्मादी जाहिल नफ़रती बेहूदगी न कर सके
यही एकजुटता,आपसी सम्मान और मोहब्बत असल हिंदुस्तान है!
पहली तस्वीर बिहार से रामनवमी की है। जिसमें हिंदू भाई मस्जिद के सामने मानव श्रृंखला बनाए हुए हैं। दूसरी तस्वीर यूपी के सुल्तानपुर की है। जिसमें हमारे आशिकाने अहलेबैत के साथियों ने दुर्गा पूजा पंडाल के सामने मानव श्रृंखला बनाई हुई है। बिहार से आई तस्वीर की लोग काफ़ी सराहना कर रहे हैं। और करे भी क्यूं न? हमारी आपकी जिम्मेदारी है। एक दूसरे के प्रति सम्मान, मोहब्बत बनाए रखना। जूलूस में एक हुड़दंगी कहीं से आता है और बदनाम पूरी कौम होती है।
हमें याद है पिछले 2016 या 17 से लगातार तीन वर्ष मोहर्रम और दुर्गा पूजा एक साथ पड़ा था। उस साल मोहर्रम का जूलूस किन्हीं कारणों से नहीं निकला था। फिर लगातार दो साल साथ में पड़ा हमारी कमेटी ने एक टीम बनाई प्रशासन के सामने ह्यूमन चैन और कुछ जरूरी चीजों पर विचार विमर्श किया गया।
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उसके बाद दोनों साल बड़ी शांति के साथ दोनों त्योहार मनाया गया था। फिर गणेश पूजा और मोहर्रम उसके बाद बारह रबीउल अव्वल और दुर्गा पूजा एक साथ पड़ा। हमारे कमेटी की टीम और प्रशासन के सहयोग से शांति के साथ हमारे शहर ने दोनों त्यौहार एक साथ फिर से मनाया।
कहीं चू से चां तक नहीं हुई। जबकि दो त्योहार एक ही रास्ते पर एक ही समय में मनाया जाना था। कहने का मकसद यह है कि अगर आप चाह लें तो कभी आपके शहर में दंगा नहीं हो सकता। जिम्मेदारी शहर के अमनपसंद आवाम की होती है। उसमें प्रशासन का भी सहयोग जरूरी है। लेकिन आपको सच्चे दिल से अहद करना होगा।