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यह पटना रेलवे स्टेशन है, यहां पर कोई 3 दिन से तो कोई 4 दिन से फंसा है, ट्रेन का इंतजार कर रहा है

PATNA-कई मरीज सहित हजारों यात्री चार दिनों से प्लेटफॉर्म पर बैठ कर रहे ट्रेन का इंतजार, सुरक्षाकर्मी वेटिंग हॉल में फरमा रहे थे आराम : अग्निपथ हंगामा और ट्रेन बंदी के बीच रविवार को पटना जंक्शन पर ट्रेन के इंतजार कर रहे यात्रियों की सुनने वाला कोई नहीं दिखा। कई यात्री तीन दिन से तो कई चार दिन से प्लेटफॉर्म पर ट्रेन के इंतजार में पड़े हैं। कई यात्री पूरे परिवार के साथ 18 जून की रात से जमीन पर बैठे-लेटे इस इंतजार में हैं कि कब उद्घोषणा हो जाए कि ट्रेन परिचालन सामान्य हो गया है। एेसे लोगों की संख्या एक हजार से अधिक है, जो पिछले दो-तीन दिनों से पटना जंक्शन पर फंसे हुए हैं। इनमें से कई मरीज भी हैं। इस बीच विडंबना ये कि जनरल क्लास के सबसे बड़े वेटिंग हॉल को यात्रियों के लिए बंद कर दिया गया था जिसमें स्टेशन की सुरक्षा के लिए तैनात किए गए सुरक्षाकर्मी आराम फरमा रहे थे।

जब पहली ट्रेन आई तो ट्रेन में सवार होने के लिए मच गई अफरातफरी : रविवार दोपहर बाद 12.52 बजे ट्रेन संख्या 15635 ओखा गुवाहाटी एक्सप्रेस पहली ट्रेन के रूप में एक नंबर प्लेटफॉर्म पर आई। तब काफी देर से ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्रियों के बीच इस ट्रेन में सवार होने के लिए अफरातफरी मच गई। इस दौरान आरपीएफ जवानों ने कड़ी मशक्कत के बाद स्थिति पर काबू पाया। इसके बाद दिन के 1.11 बजे दूसरी ट्रेन 15645 दादर गुवाहाटी एक्सप्रेस, फिर 13424 अजमेर भागलपुर एक्सप्रेस और 22947 सूरत भागलपुर एक्सप्रेस आई। इन ट्रेनों के गुजरने के बाद जंक्शन पर सन्नाटा पसर गया।

इस दौरान पटना जंक्शन छावनी में तब्दील दिखा। स्टेशन पर सुरक्षा निगरानी के लिए पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह, दानापुर डीआरएम प्रभात कुमार, एडीआरएम परिचालन बीबी गुप्ता, सीनियर डीसीएम सरस्वती चंद्र, स्टेशन डायरेक्टर डॉ. नीलेश कुमार आदि मौजूद दिखे। वहीं दूसरी ओर अग्निपथ आंदोलन में उपद्रवियों द्वारा तोड़फोड़ में दानापुर रेल मंडल के डीआरएम प्रभात कुमार ने बताया कि फिलहाल 215 करोड़ की संपत्ति के नुकसान का पता चला है।

पूर्व मध्य रेल में लगातार तीसरे दिन ट्रेनों का परिचालन रहा ठप, कुल 362 ट्रेनें रहीं कैंसिल
अग्निपथ के विरोध में हुए आंदोलन की वजह से पूर्व मध्य रेल क्षेत्र में रविवार को लगातार तीसरे दिन ट्रेनों का परिचालन ठप रहा। रविवार को पूर्व मध्य रेल से खुलने व गुजरने वाली कुल 362 ट्रेनें कैंसिल रहीं। जबकि दो ट्रेनों का आंशिक समापन हुआ। वहीं दूसरे जोन से खुलकर पूर्व मध्य रेल क्षेत्र से गुजरने वाली सिर्फ पासिंग ट्रेनें ही गुजरी। इस क्रम में पटना जंक्शन पर डाउन में चार ट्रेनें आईं। इसमें 15635 ओखा गुवाहाटी एक्सप्रेस, 15645 दादर गुवाहाटी एक्सप्रेस, 13424 अजमेर भागलपुर एक्सप्रेस और 22947 सूरत भागलपुर एक्सप्रेस ट्रेन शामिल है। इस बीच रेलवे का दावा है कि पटना जंक्शन समेत विभिन्न स्टेशनों पर फंसे यात्रियों की सुविधा के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं। विभिन्न स्टेशनों पर फंसे यात्रियों को भोजन, पानी एवं चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराया जा रहा है। पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि यात्रियों की मदद के लिए फिलहाल 8 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है।

पटना जंक्शन के बाहर सर्कुलेटिंग एरिया में अपनी बहन आभा सिंह के साथ रीता सिंह काफी परेशान थी। कहा कि डेहरी ऑन सोन जाना है, लेकिन बुद्ध पूर्णिमा कैंसिल हो गई है। वेटिंग हॉल में गए तो सुरक्षाकर्मियों ने गेट को धकेल कर बंद कर लिया अंदर नहीं जाने दिया।

भागलपुर के नयन कुमार सिंह अपनी पत्नी और दो बेटों के साथ 15 जून से ही फंसे हैं। हालांकि पटना जंक्शन पर वे शनिवार की रात में पहुंचे थे। बताया कि बेटे का इलाज कराने हरिद्वार गए थे । 18 जून को रात में कई ट्रेन बदल पटना पहुंचे, कोई गाड़ी नहीं मिली तो यही पड़े हैं।

कटिहार से मुंबई जाने के लिए 18 जून को आए तौसिफ और उनकी पत्नी आसना खातून काफी परेशान थे। उनके दोनों बच्चे जमीन पर बेसुध सोए हुए थे। बताया कि पता नहीं था कि ट्रेन कैंसिल है। बताया कि वेटिंग हॉल से पुलिस ने बाहर निकाल दिया।