मुजफ्फरपुर के लाल आयुष कृष्णा BPSC की परीक्षा में 9वीं रैंक हासिल किया है। वे शहर के हरिशभा चौक के रहने वाले है। वे अब जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी बनेंगे। परीक्षा का परिणाम आते ही परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। आयुष के पिता डॉ अजय कृष्णा डॉक्टर है। आयुष ने बताया कि उन्होंने अपने पहले ही प्रयाश में यूपीएससी की प्रिलिम्स की परीक्षा पास। इसके बाद उन्होंने मेंस एग्जाम दिया।
पहले यूपीएससी में फाइनल में चयन नहीं हो सका। इसके बाद बीपीएससी के पहले प्रयास में प्रिलिम्स भी नही पास कर सके। इसके बाद उन्हें लगा कि फिर से फोकस करना होगा। इसके बाद उन्होंने फोकस के साथ फिर से पढ़ाई शुरू की। वे यूपीएससी की तैयारी में जुट गए।
बीपीएससी की परीक्षा से पहले पिता ने कहा कि एग्जाम की तैयारी भी अच्छे से करो। इसके बाद उन्होंने महज 23 दिनों में ही परीक्षा पास कर ली। इसके पूर्व की पढ़ाई भी काफी मददगार साबित हुआ। कहा कि जब भी फेल हुआ तो पेरेंट्स ने सहयोग किया। इससे आगे बढ़ने की काफी प्रेरणा मिली।
सॉफ्टवेयर कंपनी की नौकरी छोड़ कर रहे थे तैयारी
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बताया कि उन्होंने झारखंड के देवघर से 10वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी की। वे रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ में पढ़ते थे। इसके बाद वे असम के गुवाहाटी से इंजीनियरिंग से फिजिक्स में डिग्री लिया। फिर, बैंगलोर के एक कंपनी में उन्होंने काम करना शुरू किया। उन्होंने पहले से ही तय किया था कि 1 वर्ष नौकरी करने के बाद वे सिविल सर्विसेज की तैयारी करनी है। 18 नवंबर 2018 को जॉब छोड़कर घर आ गए। बीपीएससी की पढ़ाई करने वाले अभ्यर्थियों के लिए उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष के प्रश्नों का भरपूर अभ्यास जरूरी है। नए टॉपिक पढ़ने व रिवीजन भी जरूरी है।