सताक्षी ने CBSE 12वीं की परीक्षा में कॉमर्स स्ट्रीम में दूसरा स्थान प्राप्त किया। सताक्षी की सफलता से घर वालों की आंखें खुशी से नम थीं। अपना कुछ नया स्टार्टअप करूंगी ताकि मेरा योगदान देश के ग्रोथ में ज्यादा हो।
CBSE ने कक्षा 12वीं और 10वीं का रिजल्ट जारी कर दिया। हर बार की तरह इस बार भी लड़कियों ने बाजी मारी है।
पटना के कंकड़बाग में रहने वाली सताक्षी ने CBSE 12वीं की परीक्षा में कॉमर्स स्ट्रीम में दूसरा स्थान प्राप्त किया। सताक्षी नोट्रेडैम एकेडमी से 97.4% अंक से पास हुईं।

सताक्षी की सफलता से घर वालों की आंखें खुशी से नम थीं। उन्होंने बताया कि सताक्षी उनकी बेटी नहीं बेटा है, आज इसने हमारा सपना पूरा कर दिया।
लगातार अपनी पढ़ाई में एंबिशियस रही है सताक्षी
आपको बता दें कि सताक्षी के पिता बिजनेसमैन हैं और वह कहते हैं कि सताक्षी की बचपन से ही पढ़ाई में रुचि रही है और वो लगातार अपनी पढ़ाई में एंबिशियस रही है। साथ ही साइंटिफिक इनोवेशन में सताक्षी की हमेशा से रुचि रही है।

सताक्षी की मां हाउस वाइफ हैं और अपनी बेटी की सफलता पर उन्होंने कहा कि सताक्षी बहुत मेहनती है और उसकी सफलता का पूरा श्रेय उसको ही जाता है और मैं बहुत खुश हूं कि सताक्षी ने अपने पहले पड़ाव को सफलतापूर्वक पार कर लिया है।
इस दौरान दैनिक भास्कर ने सताक्षी से भी बात की; जानिए, इस सफलता पर वो क्या कहती हैं…
रिपोर्टर : आपने इसकी तैयारी कैसे की?
सताक्षी : मैंने 11वीं में कोचिंग की थी और 12वीं में कोविड होने की वजह से खुद से पढ़ाई की थी। इसमें मेरे टीचर्स ने ऑनलाइन में भी मेरी बहुत मदद की। मेरी पढ़ाई में मेरे स्कूल के टीचर्स का बहुत बड़ा योगदान रहा हैं।
रिपोर्टर : आगे क्या करने का प्लान है आपका?
सताक्षी : मैं आगे इकोनॉमिक्स में ऑनर्स करूंगी। मुझे उम्मीद है कि इसके लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला मिल जाएगा और इसके बाद कॉर्पोरेट वर्ल्ड में जाना है। वहां से एक्सपीरियंस लेकर खुद का स्टार्टअप करना चाहती हूं।
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रिपोर्टर : आपकी सफलता में परिवार वालों का किस प्रकार योगदान रहा?
सताक्षी : हम किसी भी क्षेत्र में आगे जाना चाहते हैं तो इसमें सबसे बड़ा योगदान फैमिली का ही रहता है। आज फैमिली के सपोर्ट से ही मैं यह कर पाई हूं।
रिपोर्टर : कैसा लग रहा है आपको टॉपर बनकर?
सताक्षी : टॉपर बनकर मैं बहुत एक्साईटेड हूं। मेरी फैमिली जो बहुत खुश है उनको देखकर मुझे और खुशी हो रही है। आगे घूमने के हमारे कुछ प्लांस हैं।

फोटो साभार: दैनिक भास्कर
रिपोर्टर : कोई संदेश जो आप और भी बच्चे को देना चाहती हों?
सताक्षी : हां, मैने ये नोटिस किया है कि पढ़ने के बाद सबको सर्विस सेक्टर में जाना है। सबको एमएनसी कंपनीज में जाना है। जॉब्स के लिए वो आप करो पर अपना कुछ करो। कुछ साइंटिफिक इनोवेशन, कोई इंटरवेंशन, कोई स्टार्टअप जिसका हमारे देश में फ्यूचर है।
आज हमारे देश में इंडस्ट्री जिसके एक्चुअल ग्रोथ होते हैं वो बहुत कम हैं क्योंकि लोग जॉब्स में जा रहे हैं। मैं स्टूडेंट्स को यही बोलना चाहूंगी कि मैं भी अनुभव के लिए जॉब करने की कोशिश करूंगी पर मैं इसके साथ-साथ अपना कुछ नया स्टार्टअप करूंगी ताकि मेरा योगदान देश के ग्रोथ में ज्यादा हो।