रोजगार की तलाश कर रहे लोगों के लिए आज हम लेकर आए हैं नालंदा निवासी रविशंकर की कहानी। रविशंकर मर्चेंट नेवी में जॉब करते थे। पर अपना काम और लोगों जॉब देने की चाहत ने उन्हें अंडे के बिजनेस से जोड़ा। आज वो इससे 30 लाख रुपए सालाना आमदनी कर रहे हैं। रविशंकर ने इस व्यवसाय से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारी दी, जो इस बिजनेस की चाहत रखने वालों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।
रविशंकर अस्थावां प्रखंड के अकबरपुर गांव में रहते हैं। उन्होंने अंडा उत्पादन के क्षेत्र में 12 लोगों को जॉब भी दे रखी है। करीब तीन साल पहले रविशंकर ने मर्चेंट नेवी में कैप्टन की नौकरी छोड़ दी। इसके बाद पुष्पा एग्रो के नाम से अंडा उत्पादन का व्यवसाय शुरू किया। आज उनके पास करीब 27 हजार मुर्गियां है। रोज 25 हजार अंडों का उत्पादन हाे रहा है। सरकारी योजनाओं से सहयोग लेकर उन्होंने व्यवसाय शुरू किया था।

रविशंकर ने नौकरी छोड़ अंडे का व्यवसाय करने का फैसला किया।
परिवार के साथ रहने के लिए छोड़ी नौकरी
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रविशंकर बताते हैं बच्चे बड़े हो रहे थे। परिवार व बच्चों के साथ रहने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी। इसी दौरान उन्होंने अंडों का व्यवसाय करने का फैसला किया। आज अच्छा-खासा मुर्गी फाॅर्म खड़ा कर दिया है। एक दर्जन मजदूर उनके यहां काम करते हैं। उन्होंने अपने फाॅर्म में तकनीक का अच्छा इस्तेमाल किया है। उनकी माने तो सालाना उन्हें करीब 30 लाख रुपए का फायदा हो रहा है। इसे वह और आगे ले जाना चाहते हैं।
10 हजार मुर्गियां 30 हजार सब्सिडी पर मिलती है
रविशंकर के अनुसार, वह चूजा लाते हैं। करीब चार महीने बाद वो मुर्गी बन जाते हैं और अंडा देना शुरू कर देते हैं। मुर्गी एक साल से अधिक समय तक अंडा देती है। अपना व्यवसाय शुरू करने वालों के लिए उन्होंने बताया कि सरकार ने इसके लिए योजना चलाई है। एक बार में 10 हजार मुर्गियां 30 हजार सब्सिडी पर मिलती है। युवा इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।