हम सभी लोग पुलिस की सेवा और कार्यों से भलीभांति परिचित हैं। अगर आज हमारे समाज, राज्य, शहर में शांति एवं कानून व्यवस्था बहाल है तो इसमें पुलिस प्रशासन की बड़ी भूमिका है। 24 घंटे सभी मौसम में पुलिस हमारी हिफाजत करती है, जिस पर हमें गर्व होना चाहिए। समाज में बढ़ रहे अपराधों पर अंकुश लगाना पुलिस का धर्म होता है।
लेकिन जरा सोचिए जो पुलिस जनता की रक्षक मानी जाती है, अगर वही भक्षक बन जाए तो क्या होगा? दरअसल, एक मामला लखनऊ से निकल कर सामने आया है। जहां पुलिस के एक दरोगा की आशिक मिजाजी से पीड़ित इंजीनियर पति सप्ताह भर से DGP से लेकर पुलिस कमिश्नर तक के चक्कर काट रहा है।

परेशान एक पति ने DGP से गुहार लगाई। इंजीनियर का आरोप है कि दरोगा ने उसकी पत्नी को फंसाकर उसको ही घर के बाहर निकलवा दिया है। इंजीनियर ने पत्र लिखकर अपनी पत्नी को वापस दिलाने की गुहार लगाई है। तो चलिए जानते हैं आखिर यह पूरा मामला क्या है।
जांच के बहाने पत्नी से मेलजोल बढ़ाया
आपको बता दें कि एक शिकायत की जांच करते हुए दरोगा ने पहले तो उसकी पत्नी पर डोरे डाले और धीरे-धीरे जांच करने के बहाने पत्नी से मेलजोल बढ़ाता रहा। इतना ही नहीं बल्कि जब पति घर पर नहीं होता था तो उसकी गैरमौजूदगी में दरोगा उन्स्की पत्नी से मिलने के लिए घर आने लगा और उसके साथ संबंध भी बनाए।
26 जनवरी की बात है, जब अचानक ही इंजीनियर पति घर पहुंचा और उसने दरोगा को अपनी पत्नी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया। जब इंजीनियर पति ने दरोगा को आपत्तिजनक हालत में देखा तो दरोगा उसे झूठे केस में फंसाने और हत्या करवाने की धमकी देने लगा। वर्तमान में इंजीनियर होटल में रह रहा है। जबकि दरोगा उसके घर में रह रहा है।

शिकायत करने थाने गए थे पति-पत्नी
बता दें कि जेवर एयरपोर्ट में काम कर रही एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में पीड़ित इंजीनियर नौकरी करता है। वह लखनऊ में इंदिरा नगर में किराए के मकान में अपनी पत्नी के साथ रहता था। उसने एक प्रॉपर्टी डीलर को 2 साल पहले ही प्लॉट खरीदने के लिए पैसे दिए थे लेकिन प्रॉपर्टी डीलर ने इंजीनियर के साथ धोखा कर दिया। उसने उसके पैसे भी हड़प लिए और प्लॉट भी नहीं दिया।
अपने साथ हुए इस धोखे की शिकायत लेकर इंजीनियर चिनहट कोतवाली में पहुंचा इसकी जांच कामता चौकी इंचार्ज रहे दरोगा मनोज कुमार सिंह को मिली। यहीं से दरोगा ने इंजीनियर की पत्नी पर डोरे डालना शुरू कर दिया था और यह मामला यहां तक पहुंच गया।
पत्नी को दरोगा हर रोज बुलाता था चौकी
पीड़ित इंजीनियर के अनुसार, उनकी पोस्टिंग शहर से बाहर थी इसलिए केस की पैरवी के लिए उसकी पत्नी भी दरोगा के बुलाने पर कमाता चौकी जाती थी। दरोगा ने प्रॉपर्टी डीलर से उनके रुपए वापस दिलाने के बदले ₹50000 की रिश्वत की डिमांड की।
जब पत्नी ने यह बात अपने पति को बताई तो उसके कहने पर पीड़ित ने दरोगा को ₹50000 दे दिए थे लेकिन उसके पैसे वापस नहीं मिले। इसके बाद दरोगा उसकी पत्नी को रोजाना ही चौकी पर बुलाने लग गया और दोनों के बीच प्रेम प्रसंग की शुरुआत हो गई।
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ट्रांसफर के बाद भी दरोगा आता था मिलने
आपको बता दें कि हाल ही में दरोगा मनोज सिंह का ट्रांसफर बनारस में हुआ है परंतु इसके बावजूद भी इंजीनियर की पत्नी से मिलने के लिए वह सप्ताह भर से छुट्टी लेकर लखनऊ में ही पड़ा हुआ है।
पीड़ित इंजीनियर का ऐसा बताना है कि उसे मकान मालकिन के माध्यम से इस बात का पता चला कि कोई पुलिस वाला अक्सर उसके घर पर आता जाता रहता है। जब वह 26 जनवरी को अचानक ही घर पर पहुंचा तो उसने दरवाजे को धक्का देकर खोल दिया।
लेकिन इंजीनियर ने बेडरूम में जो देखा उसे देखकर उसके होश उड़ गए। दरोगा उसकी पत्नी के साथ आपत्तिजनक हालत में पड़ा हुआ था। पीड़ित ने बताया कि जब वह पकड़ा गया तो उसके बाद दरोगा उसे झूठे केस में फंसाने और हत्या करवाने की धमकी देने लगा।
पीड़ित पति हो गया है बेघर
पीड़ित का ऐसा बताना है कि वह दरोगा के खिलाफ कार्यवाही के लिए DGP कार्यालय गया तो प्रार्थना पत्र लेकर उसे टरका दिया गया। इसके बाद वह पुलिस कमिश्नर के पास पहुंचा लेकिन वहां से भी उसे सिर्फ आश्वासन ही प्राप्त हुआ।

वहीं दूसरी तरफ जब इसकी जानकारी दरोगा को मालूम हुई तो उसने पत्नी पर दबाव बनाकर उसका सारा सामान घर से बाहर फेंकवा दिया। अब पीड़ित की हालत ऐसी हो चुकी है कि इंजीनियर होटल का कमरा लेकर रात गुजारने को मजबूर हो गया है और उसकी पत्नी के साथ उसके घर के अंदर दरोगा रह रहा है।
आपको बता दें कि चिनहट इंस्पेक्टर घनश्याम तिवारी का ऐसा कहना है कि इंजीनियर ने उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया है। मामले की जानकारी हुई है। जांच की जा रही है।