मिथिला के लिए खुशी की बात है। भारत सरकार ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ परियोजना के तहत दरभंगा जिला को मखाना के उत्पादन और विकास के लिए सम्मानित किया जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में 21 अप्रैल को मिथिला को अवार्ड से नवाजा जाएगा। मिथिला के नेता और राज्य सरकार में जल संसाधन व सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि मखाना को लेकर नीतीश सरकार द्वारा किए गए कोशिशों का परिणाम यह प्रतिष्ठित सम्मान है।
संजय कुमार झा ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार का सपना है कि बिहार का कोई ना कोई उत्पाद या व्यंजन देश-दुनिया की हर थाली में जरूर हो। मिथिला का मखाना इस सपने को हकीकत में बदलने में सबसे बड़ी रोल अदा करने की क्षमता रखता है। उन्होंने कहा कि पौष्टिकता एवं औषधीय गुणों से भरपूर मखाना, मिथिला की बाकायदा पहचान है। विश्व में मखाना का टोटल उत्पादन का लगभग 85 फीसद उत्पादन मिथिला में होता है।
मिथिला में मखाना उत्पादन व विकास के लिए माननीय सीएम श्री @NitishKumar के निर्देश पर किये जा रहे समेकित प्रयासों का सुफल है कि #दरभंगा जिले को ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ के तहत मखाना उत्पादन में प्रधानमंत्री अवार्ड के लिए चुना गया है।
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— Sanjay Kumar Jha (@SanjayJhaBihar) April 19, 2022
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झा ने कहा कि 28 फरवरी 2002 को दरभंगा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मखाना अनुसंधान केंद्र की स्थापना कराई। केंद्र में तत्कालीन कांग्रेस की सरकार ने इस संस्थान का 2005 में राष्ट्रीय दर्जा हटा लिया। परिणाम स्वरूप केंद्र से इसे फंड मिलना पूरी तरह बंद हो गया था।
बता दें कि राज्य सरकार के ‘मखाना विकास योजना’ के तहत मखाना की उच्च किस्म के बीज के लिए लागत मूल्य का 75 प्रतिशत सब्सिडी राशि दी जाती है। उन्नत किस्म के बीज से मखाना का उत्पादन प्रति हेक्टेयर 12 क्विंटल की वृद्धि होती है। सीएम नीतीश कुमार के आदेश पर जलजमाव वाले इलाकों में मखाना के साथ मत्स्य पालन के लिए एक शानदार मॉडल विकसित करने को लेकर कवायद तेज है।