एग्रीकल्चर व कॉमर्शियल ट्रैक्टर के रूप में जिला परिवहन कार्यालय में हुए रजिस्ट्रेशन की बात करें, तो वर्ष 2019 में 753 ट्रैक्टर बिके थे।
इस वर्ष बारिश की कमी से धान की फसल ने भले ही किसानों को मायूस किया है, लेकिन मक्का और दलहन ने इन फसलों के किसानों का हौसला बढ़ाया भी है।
पिछले तीन वर्ष के आंकड़े बताते हैं कि मक्का का तीन गुना और दलहन का रकबा दोगुना बढ़ गया है। इसका असर कृषि से संबंधित यांत्रिक बाजार पर भी पड़ा है।
इस साल अब तक 837 ट्रैक्टर की बिक्री हो चुकी है। इसमें 52 ट्रैक्टर एग्रीकल्चर केटेगरी और 785 ट्रैक्ट कॉमर्शियल केटेगरी के हैं।
एग्रीकल्चर ट्रैक्टर की बिक्री बढ़ी
एग्रीकल्चर व कॉमर्शियल ट्रैक्टर के रूप में जिला परिवहन कार्यालय में हुए रजिस्ट्रेशन की बात करें, तो वर्ष 2019 में 753 ट्रैक्टर बिके थे। वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण ने भले ही विभिन्न क्षेत्र के बाजार को बड़ा झटका दिया।
पर ट्रैक्टर के बाजार को कोई असर नहीं हुआ और इस साल 1165 ट्रैक्टर बिक गये। वर्ष 2021 में आयी कोरोना की दूसरी लहर ने एक बार फिर बाजार को प्रभावित किया।
लेकिन ट्रैक्टर की बिक्री पर कोई खास असर नहीं दिखा और इस वर्ष 1149 ट्रैक्टर बिके। वर्ष 2022 में अब तक 837 ट्रैक्टर बिक चुके हैं।
फसलों के आंकड़े हेक्टेयर में
फसल……..2019-20………2022-23
मक्का………13931……….44467
सम्बंधित ख़बरें
दलहन…………4663………..7625
धान………….33245………22348
(स्रोत : जिला कृषि कार्यालय)
बारिश हुई कम, तो मात खा गया धान
भागलपुर में जून से तीन सितंबर तक सामान्य वर्षा 764.09 मिमी होनी चाहिए थी, लेकिन सिर्फ 290.20 मिमी ही वर्षा हुई। इस तरह देखें, तो भागलपुर में सामान्य से 62.02 मिमी बारिश कम हुई।
52 हजार हेक्टेयर में धान की रोपनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया था और कम बारिश की वजह से 22348 हेक्टेयर (42.98 प्रतिशत) ही रोपनी हो सकी।
अब तक 6216 किसानों के बीच 9237180.43 रुपये का डीजल अनुदान दिया जा चुका है, ताकि किसानों को सिंचाई करने में सहयोग मिल सके।