PATNA-19412 करोड़ नवीनगर बिजलीघर की तीसरी यूनिट भी बनकर तैयार, बिहार को मिलेगी 559 मेगावाट बिजली, 15 पैसे/ यूनिट सस्ती बिजली, बिजलीघर बनाने में खर्च हुए ~19412 करोड़, बिहार को बिजलीघर के अनावंटित कोटा से भी दी जाएगी कुछ बिजली : नवीनगर बिजलीघर की तीसरी यूनिट भी बनकर तैयार हो गई है। इसका ट्रायल सफल रहा है। अब इसका 72 घंटे का ट्रायल शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही नवीनगर में बिजलीघर की सभी इकाइयों का निर्माण पूरा हो गया है। इस समय बिहार को 1122 मेगावाट बिजली मिल रही है। 660 मेगावाट क्षमता की तीसरी यूनिट में बिहार को 559 मेगावाट बिजली मिलेगी।
इस आपूर्ति के बाद बिहार का सेंट्रल कोटा बढ़कर लगभग 7300 मेगावाट हो जाएगा। इसके पहले नवीनगर की दोनों यूनिटों के अलावा एनटीपीसी-रेलवे बिजलीघर की चारों यूनिट भी बनकर तैयार हो चुका है और वहां से बिहार को बिजली की आपूर्ति हो रही है। नवीनगर बिजलीघर में बिहार को 85 फीसदी हिस्सेदारी दी गई है जबकि एनटीपीसी-रेलवे बिजलीघर में बिहार को 10 फीसदी का कोटा आवंटित किया गया है। यहां एनटीपीसी-रेलवे बिजलीघर की 250-250 मेगावाट की चार यूनिट है। इससे बिहार को 100 मेगावाट बिजली मिलती है।
यह अत्याधुनिक सुपर क्रिटिकल तकनीक से बना पावर प्रोजेक्ट है। इसमें कम कोयले की खपत कम होती है इसलिए एनपीजीसी द्वारा उत्पादित बिजली 10-15 पैसे प्रति यूनिट सस्ती है। -विश्वनाथ चन्दन, प्रवक्ता एनटीपीसी पूर्वी क्षेत्र-1
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नवीनगर बिजलीघर के ग्रिड से सिंक्रोनाइजेशन (जुड़ने) के बाद तीसरी यूनिट का प्रारंभिक ट्रायल-रन शुरू हो गया है। फिलहाल इससे 351 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। 26 जनवरी से इसे फुल लोड यानी 660 मेगावाट उत्पादन क्षमता के साथ 72 घंटे तक लगातार चलाया जाएगा। निर्माण पर 19412 करोड़ की लागत आई है। दो इकाइयां वाणिज्यिक उत्पादन कर रही हैं जिनसे कुल 1320 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। अभी यहां से बिहार को 1122 मेगावाट बिजली मिल रही है। -विजय सिंह, कार्यकारी निदेशक, एनटीपीसी पूर्वी क्षेत्र-1