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बिहार में हर दिन 16.65 अरब लीटर पानी की बर्बादी, अब देना पड़ सकता है जुर्माना, पढ़े रिपोर्ट

बिहार में जितना पानी हम इस्तेमाल नहीं कर रहे, उससे चार गुना से अधिक बर्बाद कर रहे हैं। यह हकीकत है। सरकार की रिपोर्ट में इसका खुलासा हआ है। अनुमान के अनुसार, प्रदेश में रोज 16.65 अरब लीटर पानी बर्बाद किया जा रहा है।

बिहार में जितना पानी हम इस्तेमाल नहीं कर रहे, उससे चार गुना से अधिक बर्बाद कर रहे हैं। यह हकीकत है। सरकार की रिपोर्ट में इसका खुलासा हआ है।

लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचईडी) के मुताबिक रोज प्रति व्यक्ति पानी की खपत का मानक 40 लीटर है। जबकि, विभाग की ओर से प्रति व्यक्ति के हिसाब से हर दिन 70 लीटर पानी की सप्लाई की जाती है।

लेकिन, हर व्यक्ति औसतन हर दिन 220 लीटर पानी खपत करते हैं। जो मानक 40 लीटर से 180 लीटर अधिक है। यानी चार गुना से अधिक की बर्बादी।

water westage in bihar

बिहार में अभी 1.85 करोड़ घरों में पानी की सप्लाई की जाती है। विभाग के अनुसार एक घर में औसत पांच व्यक्तियों को ध्यान में रख कर 350 लीटर पानी दिया जा रहा है। अनुमान के अनुसार, प्रदेश में रोज 16.65 अरब लीटर पानी बर्बाद किया जा रहा है।

पानी की बर्बादी पर 5 हजार रुपए तक जुर्माना

बिहार के 38 जिलों में स्थित 259 निकायों में पानी की सप्लाई हो रही है। ऐसे में पानी की बर्बादी रोकने के लिए पीएचईडी लोगों को जागरुक करेगा। विभागीय अधिकारी पहाड़ी और राजस्थान जैसे राज्यों में पानी की कमी के कारण होने वाली दिक्कतों की जानकारी देंगे।

Fine up to 5 thousand rupees for wastage of water

जिससे लोगों को पानी के महत्व के बारे में पता चल सके। हालाकि, पानी की बर्बादी को लेकर नगर निगम, नगर परिषद और पंचायत को 5 हजार रुपए तक जुर्माने के साथ ही पेयजल कनेक्शन काटने का अधिकार है।

प्रावधान के मुताबिक, पेयजल की बर्बादी करते पहली बार पकड़े जाने पर 150 रुपए, दूसरी बार 400 रुपए और तीसरी बार 5000 रुपए जुर्माना लगाया जा सकता है। साथ ही मोटरपंप के इस्तेमाल पर कार्रवाई की जा सकती है।

पानी बचाने के लिए लोग खुद आगे आएं

पानी की बचत से भविष्य में पेयजल की दिक्कतों से बचा जा सकता है। ऐसे में लोगों को खुद ही इसे बचाने के लिए आगे आने चाहिए। विभाग की ओर से प्रत्येक व्यक्ति के लिए 70 लीटर पानी का निर्धारण किया गया है जो मानक से 30 लीटर ज्यादा है। फिर भी लोग सीमा से अधिक पानी खर्च करते हैं। यह ठीक नहीं है।
-रामप्रीत पासवान, मंत्री, पीएचईडी

जानवरों को नहलाने और सिंचाई में बेहिसाब इस्तेमाल

पीएचईडी के मुताबिक लोग खेत की सिंचाई और जानवरों के नहलाने में पानी का बेहिसाब इस्तेमाल करते हैं। लोग रोज 40 लीटर से अधिक कपड़े धोने में और 120 लीटर से अधिक जानवरों के स्नान करने में पानी बर्बाद करते हैं।

पीएचईडी की ओर से रोजाना इस हिसाब से दिया जाता है पानी…

रोज 40 लीटर से ज्यादा कपड़े धोने में बर्बाद

जरूरत मात्रा

पीने के लिए 3 लीटर

स्नान के लिए 15 लीटर

घर के काम के लिए 15 लीटर

खाना बनाने के लिए 10 लीटर

कपड़ा-स्वच्छता के लिए 15 लीटर

पशुओं के पीने के लिए 12 लीटर