सोने-चांदी का दर हर रोज ऊपर निचे होते रहता है, वैसे तो भारतीय बाजार में सोने के भाव में बढ़ोतरी दर्ज की गई है लेकिन बिहार में इसका प्रभाव देखने को नहीं मिला। रविवार को राजधानी पटना में 10 ग्रााम 22 कैरेट गोल्ड के रेट में 100 रुपये की गिरावट दर्ज हुई है।
लेकिन आज 8 अगस्त को पटना में 10 ग्रााम 22 कैरेट गोल्ड के रेट में आज कोई बदलाव नहीं है, आज 10 ग्रााम 22 कैरेट गोल्ड का रेट 47,580 है। वहीं 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का भाव 51, 900 है।
कैसे होती है खरे सोने की पहचान
सोने से बनी किसी आभूषण की शुद्धता मापने का एक तरीका होता है, जिसे आप सभी को जरूर जानना चाहिए। हर ज्वेलरी पर हॉलमार्क से जुड़े कई तरह के निशान पाए जाते हैं जिसके माध्यम से ज्वेलरी की शुद्धता को पहचाना जा सकता है। इसमें एक कैरेट से लेकर 24 कैरेट तक का पैमाना होता है।
सोने के बारे में अहम जानकारियां
ज्वेलरी बनाने के लिए 22 कैरेट के सोने का इस्तेमाल किया जाता है, ज्वेलरी पर हॉलमार्क लगाना अनिवार्य है। वैसे तो 24 कैरेट का सोना पूरी तरह से शुद्ध होता है जिसके लिए हॉलमार्क का 999 अंक दर्ज होगा। हालांकि, 24 कैरेट सोने से ज्वेलरी नहीं बनती है।
आमतौर पर जो भी ज्वेलरी बनती है वह 22 कैरेट की ज्वेलरी होती है, 22 कैरेट वाली ज्वेलरी पर 916 लिखा होता है, 21 कैरेट की ज्वेलरी पर 875 लिखा होता है। 18 कैरेट की ज्वेलरी पर 750 लिखा होता है तथा 14 कैरेट की ज्वेलरी होगी तो उसमें 585 लिखा रहता है।
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कौन सा सोना कितना शुद्ध ?
- 24 कैरेट का सोना 99.9 फीसदी
- 23 कैरेट का सोना 95.8 फीसदी
- 22 कैरेट का सोना 91.6 फीसदी
- 21 कैरेट का सोना 87.5 फीसदी
- 18 कैरेट का सोना 75 फीसदी
- 17 कैरेट का सोना 70.8 फीसदी
- 14 कैरेट का सोना 58.5 फीसदी
- 9 कैरेट का सोना 37.5 फीसदी
24 और 22 कैरेट गोल्ड में क्या फर्क होता है ?
बता दें कि 24 कैरट वाले गोल्ड को प्योरेस्ट गोल्ड कहते हैं. इसमें किसी प्रकार की दूसरे धातु की मिलावट नहीं होती है. इसे 99.9 प्रतिशत शुद्धता का गोल्ड कहा जाता है. 22 कैरेट के गोल्ड में 91.67 प्रतिशत प्योर गोल्ड होता है. वहीं, 21 कैरेट गोल्ड में 87.5 प्रतिशत प्योर गोल्ड होता है. 18 कैरेट में 75 प्रतिशत प्योर गोल्ड होता है।
ग्राहक खरीददारी के समय रखें इन बातों का ध्यान
ग्राहक सोना बहुत ध्यान से खरीदें. इस दौरान सोने की गुणवत्ता का ध्यान बहुत जरूरी है. कस्टमर हॉलमार्क का निशान देखकर ही सोने की खरीदारी करें. सभी कैरेट का हॉलमार्क नंबर अलग होता है. हॉलमार्क सोने की सरकारी गारंटी है और ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) हॉलमार्क का निर्धारण करती है. हॉलमार्किंग योजना भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम के तहत संचालन, नियम और रेग्युलेशन का काम करती है।