मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्योगपतियों की मौजूदगी में बिहार की टेक्सटाइल एवं लेदर पॉलिसी को लॉन्च किया। उन्होंने इसे बिहार के उद्योग विभाग के साथ-साथ बिहार के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना। सरकार को उम्मीद है कि इस कदम से बिहार में न सिर्फ निवेशकों का रुझान बढ़ेगा बल्कि राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश भी होगा।
बिहार में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने महत्वकांक्षी टेक्सटाइल एवं लेदर पॉलिसी (Textile And Leather Policy) लॉन्च की है। सरकार को उम्मीद है कि इस कदम से बिहार में न सिर्फ निवेशकों का रुझान बढ़ेगा बल्कि राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश भी होगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने बुधवार को देश के टेक्सटाइल एवं लेदर इंडस्ट्री से जुड़े उद्योगपतियों की मौजूदगी में टेक्सटाइल एवं लेदर पॉलिसी को लॉन्च किया। नीतीश ने इसे बिहार के उद्योग विभाग के साथ-साथ बिहार के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना और उद्योग मंत्री शाहनवाज़ हुसैन (Shahnawaz Hussain) की जमकर तारीफ की।
इसका क्रेडिट शाहनवाज़ हुसैन को भी
सीएम नीतीश ने कहा कि पहले मैं भी देश के कई राज्यो में निवेशकों को लुभाने के लिए जाता था, लेकिन वो तब नहीं आते थे। मगर अब इसमें काफी बदलाव हो गया है। निवेशक अब बिहार का रुख करने लगे हैं, इसका क्रेडिट शाहनवाज़ हुसैन को भी मिलना चाहिए।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस दौरान बिहार के इथनॉल पॉलिसी की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आज इथनॉल के क्षेत्र में बिहार में काफी काम हो रहा है और आने वाले समय में बिहार इथनॉल के क्षेत्र में देश का अव्वल राज्य होगा। उन्होंने उधोगपतियों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि उन्हें सरकार की तरफ से जो भी मदद चाहिए, वो उन्हें मिलेगा।
बिहार के उद्योगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण
वहीं, उद्योग मंत्री शाहनवाज़ हुसैन ने आज के दिन को बिहार के उद्योगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर सराहना की और उद्योगपतियों को भरोसा दिलाया कि उद्योग विभाग उनके लिए हर वो कदम उठाएगा जो उन्हें चाहिए होगा।

उन्होंने लालूराज पर चुटकी लेते हुए कहा कि पहले बिहार में अपहरण, शूल जैसी फिल्में बनती थीं, लेकिन अब बिहार में सुपर 30 जैसी फिल्म बनती है।
बिहार को सिर्फ मार्केट के तौर पर नहीं देखें
उन्होंने उद्योगपतियों से यह अपील करते हुए कहा कि बिहार में निवेश करिए और बिहार में ही उत्पादन कीजिए, बिहार को सिर्फ मार्केट के तौर पर नहीं देखें।
इस अवसर पर टीटी कंपनी के संजय कुमार ने कहा कि बिहार में हमारे ब्रांड की खूब बिक्री होती है। सीएम नीतीश कुमार की सरकार में सुरक्षा की सिक्युरिटी मिली है जो काफी अच्छी बात है। उद्योग मंत्री की पहल से बिहार में बड़ा बदलाव हुआ है।
कंपनी को इंसेंटिव को लेकर समस्या रहती है, लेकिन बिहार की सरकार हमेशा समय से इंसेंटिव देती है। उन्होंने कहा कि TT इंडस्ट्री बिहार में पूंजी का निवेश करेगी।
टेक्सटाइल एवं लेदर पॉलिसी की मुख्य बातें
– इस क्षेत्र के घरेलू और वैश्विक निवेशकों के लिए निवेश का प्रमुख संभावित केंद्र बनेगा बिहार।
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– क्षेत्र के सतत विकास हेतु कपड़ा और चमड़ा व्यवसाय शुरू करने वाले उद्यमियों के लिए कई प्रकार के प्रोत्साहन दिए जाएंगे।
– कपड़ा और चमड़ा क्षेत्र के लिए स्थायी परिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना।
– फाइबर से लेकर फैशन तक पूरी वैल्यू चेन बनाना।
– खादी, रेशम, हथकरघा पावर लूम आदि के उत्पादन के बाद उसका मूल्य वर्धन हो सकेगा।
इस पॉलिसी से निवेशकों को क्या-क्या फायदा
– 10 करोड़ रुपये तक की पूंजी निवेश अनुदान मिलेगा।
– 80 लाख प्रति वर्ष तक का विधुत शुल्क अनुदान मिलेगा।
– 10 लाख प्रति पेटेंट तक का पेटेंट निबंधन अनुदान मिलेगा।
– 5,000 प्रति कर्मी तक का रोजगार सृजन अनुदान 10 लाख रुपये तक का सालाना भाड़ा प्रति पूर्ति अनुदान मिलेगा।