Patna : pfi मामले में ईडी ने एक बहुत बड़ा खुलासा किया है. मीडिया में चल रही खबर के अनुसार बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री को बिहार यात्रा पर उनको मारने की साजिश रची जा रही थी. आप को याद होगा कि बिहार विधानसभा शताब्दी समापन समारोह में नरेंद्र मोदी बिहार यात्रा पर आए थे. इसके बाद ही प्रशासन नेपीएफआई के कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था.
यूपी एटीएस ने पीएफआई के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इसमें चार मेरठ और दो वाराणसी से गिरफ्तार किए गए हैं। जिन चार सदस्यों को मेरठ से पकड़ा है उनमें से दो शामली, एक गाजियाबाद और एक मुजफ्फरनगर का रहने वाला है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी के बाद दो अदालतों में रिमांड प्रतियां दाखिल कीं। एक प्रति लखनऊ में विशेष जज के समक्ष कोझिकोड निवासी मोहम्मद शफीक पायेथ के खिलाफ, जबकि दूसरी दिल्ली में परवेज अहमद के खिलाफ पेश की गई। पायेथ और अहमद दोनों को 22 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था।
पायेथ के रिमांड नोट में ईडी का कहना है कि पीएफआई ने इस साल 12 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी के पटना दौरे पर हमला करने के लिए प्रशिक्षण शिविर लगाया था। इसके लिए बैनर और पोस्टर भी बनाए थे। इससे पहले वर्ष 2013 में पटना के गांधी मैदान में भी आतंकियों ने उनकी रैली में सिलिसलेवार धमाके किए थे। रिमांड प्रति में हाथरस में माहौल बिगाड़ने के लिए पीएफआई और कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) सदस्यों के कई दौरों का भी जिक्र किया गया है।
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शफीक पायेथ से अब ईडी की लखनऊ जोन यूनिट पूछताछ करेगी। इसके लिए ईडी को लखनऊ की स्पेशल कोर्ट से 10 दिनों की रिमांड मिल गई है।