बांका: ‘गरीबों के विकास के बिना देश का विकास संभव नहीं है। शहरों का विकास के साथ-साथ गांव के गरीबों के विकास के लिए सरकार ने पीएम आवास योजना अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का संकल्प लिया है। शहरों के तरह गरीबों का भी स्मार्ट गांव बनेगा। बिहार में मोदी नगर और नीतीश नगर के नाम से ये गांव जाने जाएंगे।’ ये बातें बिरसा मुंडा की जयंती के संकल्प सभा में बिहार में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने कही। उन्होंने यह भी कहा है कि जमीन के अभाव में कुछ गरीबों का आवास नहीं बन पा रहा है। ऐसे लोगों को चिन्हित कर तीन से पांच डिसमिल तक जमीन का पर्चा भी दिया जा रहा है। गरीबों का स्मार्ट गांव बनाने के लिए जिलाधिकारी को निर्देशित किया गया है कि जिले में दो जगहों पर आठ से दस एकड़ सरकारी जमीन चिन्हित किया करे जिस पर जरूरतमंद गरीब लोगों का माडल पीएम आवास बनाया जाएगा। जहां पर पक्की सड़क, बिजली, पानी, स्कूल, आंगनबाड़ी के साथ शहर जैसी अन्य सुविधाएं उपलब्ध होगी। तभी जाकर गरीबों का विकास हो सकेगा। उन्होंने कहा कि सुशासन की डबल इंजन सरकार में किए गए विकास कार्यों की लंबी फेहरिस्त है जिसे चंद शब्दों में नहीं गिनाया जा सकता है। दो माह के अंतराल में राज्य के दो हजार से अधिक अतिक्रमण को हटाने के साथ हर जिले में अभियान चलाकर भूमिहीन परिवार को लाभ देने का काम किया जा रहा है। बांका जिला में तो 250 भूमिहीन परिवार को पर्चा देने का काम किया गया।भू-माफियाओं को सचेत करते हुए कहा कि किसी भी सूरत में गरीबों की जमीन को हड़पने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। अंत में आदिवासी समाज के लोगों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को स्कूल जरूर भेजें। जो आगे चलकर शिक्षा के मदद से अपनी पहचान बना सकें। समय के अभाव में कार्यक्रम के बीच में ही जिला में आयोजित पर्चा वितरण को लेकर बांका निकल गए।

सम्बंधित ख़बरें




