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बिहार में जनता को सौंपा गया मुंगेर गंगा ब्रिज, लोकार्पण के बाद उमड़ी हजारों की भीड़

गंगा नदी पर बने रेल रोड ब्रिज यानी श्रीकृष्ण सेतु पर आवागमन शुरू हो गया। इसके साथ ही भागलपुर-पटना मेन रोड में नेशनल हाईवे-80 पर बनाए गए घोरघट पुल पर भी आना-जाना शुरू हो गया। सीएम नीतीश कुमार इसके लिए घोरघट पुल पहुंचे, वहीं, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े और मणि नदी पर बना आर.सी.सी. पुल एवं पहुंच पथ जनता की आवाजाही के लिए खोल दिया गया।

इसके बाद सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मुंगेर में 14.5 किलोमीटर लंबे एनएच 333बी के अन्तर्गत गंगा नदी पर रेल-सह-सड़क पुल की पहुंच पथ परियोजना का लोकार्पण किया।

Nitish Kumar inaugurates Shri Krishna Setu
नीतीश कुमार ने श्रीकृष्ण सेतु का उद्घाटन किया

लोकार्पण के बाद उमड़े लोग

मुंगेर में गंगा नदी पर बने रेल सह सड़क पुल के एप्रोच रोड के लोकार्पण के बाद ही खगड़िया, बेगूसराय और मुंगेर के लोग पहली बार पूल पर चढ़ने का आनंद उठाने को उतावले हो उठे। हजारों की संख्या में लोग और मोटर गाड़ियां अचानक ही पुल पर चलने लगे और अचानक जाम की स्थिति हो गई।

There was a sudden jam situation on the Shri Krishna bridge
श्रीकृष्ण पुल पर अचानक जाम की स्थिति हो गई

दरअसल, स्थानीय लोग पहली बार पुल पर चढ़ कर मजा लेना चाह रहे थे। इन्हें इस बात का सुखद अनुभव हो रहा था कि कल तक जहां नाव से आते-जाते थे वहां गाड़ियों से फर्राटा भरते हुए महज 5 से 10 मिनट में ही इस पार से उर पार चले जा रहे थे।

अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था शिलान्यास

बता दें कि मुंगेर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रोड के रास्ते बरियारपुर, नौवागढ़ी होते हुए चंडिका स्थान गए। यहीं से नीतीश कुमार ने श्रीकृष्ण सेतु का उद्घाटन किया।

Prime Minister Atal Bihari Vajpayee laid the foundation stone of Munger Rail Road Bridge
मुंगेर रेल रोड ब्रिज का प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था शिलान्यास

गौरतलब है कि मुंगेर रेल रोड ब्रिज का प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने जन्मदिन के दिन यानी 26 दिसंबर 2002 को इसका शिलान्यास किया था। उस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केंद्र में रेल मंत्री थे और इस कार्यक्रम में भी मौजूद थे।

खर्च हुए 696 करोड़ रुपये

इसके बाद मुंगेर रेल-सड़क पुल के रेल पुल वाले हिस्से का उद्घाटन 2016 में तत्कालीन रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने किया था। इसके बाद से इस पुल पर रेल का चलना शुरू हो गया था, लेकिन सड़क पुल के लिए अप्रोच रोड को लेकर अड़चन आ रही थी।

आखिर में इसे भी दूर कर लिया गया। इस रोड ब्रिज के करीब 14.5 किलोमीटर अप्रोच रोड के निर्माण में 696 करोड़ रुपये खर्च हुए।

सीएम ने जताई खुशी

वहीं, मणि नदी पर बने पुल के उद्घाटन के बाद सीएम ने खुशी जताते हुए कहा कि अब भागलपुर बिहार के अन्य जिलों से नजदीक से जुड़ गया है। यहां के लोगों की बरसों पुरानी मुरादें पूरी हो गईं।

16 साल बाद इस पुल का उद्घाटन हो सका। घोरघट ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि महात्मा गांधी के हाथ में हमेशा दिखने वाली लाठी इसी गांव के लोगों ने उन्हें भेंट की थी।

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