2 IPS, 5 पुलिस अफसरों को केंद्र करेगा सम्मानित, सायली धूरत ने सुलझाया गैंगरेप-हत्या केस, विनय तिवारी को इंडिगो मैनेजर हत्या की जांच का इनाम……………………….
बिहार के दो IPS सायली सावलाराम धूरत और विनय तिवारी को केंद्र सरकार से सम्मान मिलेगा। इन्हें केंद्रीय गृह मंत्री पदक से नवाजा जाएगा।
इन दोनों IPS अधिकारियों के साथ ही बिहार पुलिस के दो इंस्पेक्टर और तीन सब इंस्पेक्टर को भी केंद्रीय गृह मंत्री पदक से सम्मानित किया जाएगा। क्राइम की वारदातों में बेहतरीन इंवेस्टिगेशन के लिए यह सम्मान दिया जाएगा।
शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से इनके नामों की घोषणा कर दी गई है। 2022 के लिए मंत्रालय की तरफ से जारी लिस्ट में बिहार के साथ ही कई राज्यों के पुलिस, CBI, NIA और NCB के अधिकारियों व अफसरों का भी नाम है।
अररिया में नाबालिग से गैंगरेप-हत्या मामले में सायली को सम्मान
सायली सावलाराम धूरत 2010 बैच की IPS अफसर हैं। वर्तमान में पटना स्थित डायल 112 की SP एडमिन हैं। जिस केस के लिए गृह मंत्रालय ने इन्हें पदक देने की घोषणा की है, वो अररिया का है।
दरअसल, 2019 में एक नाबालिग के साथ गैंग रेप हुआ था। इसके बाद नाबालिग की हत्या कर लाश को फेंक दिया गया था। सिमरा थाना में केस दर्ज हुआ था। उस वक्त सायली अररिया की SP थीं।
यह एक ब्लाइंड केस था। केस की जांच पुलिस ने न सिर्फ तेजी से की थी, बल्कि कांड में शामिल सभी 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
उन सभी को सजा भी कोर्ट से दिलवाई गई थी। यह तब संभव हो पाया था, जब SP के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सही तरीके से केस की जांच की थी और ठोस सबूत जुटाए थे।
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विनय तिवारी को पटना में इंडिगो के मैनेजर हत्याकांड की जांच का मिला इनाम
12 जनवरी 2021 की देर शाम पटना में एयरलाइंस कंपनी इंडिगो के मैनेजर रुपेश सिंह की अपराधियों ने उनके ही घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस वारदात ने बिहार से लेकर दिल्ली तक सनसनी मचा दी थी।
जिस वक्त यह वारदात हुई थी, उस दरम्यान 2012 बैच के IPS विनय तिवारी पटना के सिटी SP सेंट्रल थे। वारदात के दिन ही इंस्पेक्टर रामशंकर सिंह ने शास्त्री नगर थाना की कमान बतौर थानेदार संभाला था।
केस की जांच के लिए स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम बनाई गई थी, जिसको IPS विनय तिवारी ने लीड किया था। इस स्पेशल टीम में इंस्पेक्टर रामशंकर सिंह, पटना पुलिस के स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर विनय प्रकाश, सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार राय, मो. चांद परवेज और मो. गुलाम मुस्तफा शामिल थे।
इस हाईप्रोफाइल मर्डर केस की जांच करते हुए इस टीम ने वारदात में शामिल सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस केस की बेहतरीन जांच के लिए ही इन सभी को केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से पदक दिया जाएगा।