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बिहार के समस्तीपुर में एक दिन की बच्ची को बोरी में डालकर पानी में फेंका, परायी महिला ने बचाई बच्ची की बचाई जान

समस्तीपुर के गोपालपुर पंचायत के वार्ड 12 के झउड़ी गांव से मानवता को शर्मसार करने वाली खबर आ रही है, दरअसल हुआ ये है कि एक दिन की नवजात बच्ची रविवार को बूढ़ी गंडक वाटरवेज के पानी भरे गड्ढे में एक महिला को मिली। गांव के ही शिवनारायण साहनी की पत्नी आशा देवी अपने घर से सुबह के 5 बजे अपने पशुशाला जा रही थी। उन्हें गड्‌ढे के अंदर तैर रही प्लास्टिक की बोरी से बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। महिला ने उस बोरी को पानी से निकाला और खोलकर देखा तो स्तब्ध रह गई। उस प्लास्टिक की बारी में महिला को एक रोती हुई एक दिन की नवजात बच्ची मिली। बच्ची के मुंह पर टेप लगाकर उसे बोरी में डालकर पानी में फेंका गया था।

आशा देवी ने बताया कि उन्होंने बोरा खोलकर बच्ची को पानी से बाहर निकाला। बोरी के अंदर पानी घुसने के बाद बच्ची के मुंह पर लगा टेप हट गया था। बच्ची के मुंह पर टेप लगाकर उसे बोरी में डालकर पानी में फेंका गया था। पीएचसी प्रभारी डॉ. बीके ठाकुर ने बच्ची की हालत को स्थिर बताया है। बच्ची को सदर अस्पताल भेज दिया गया है।

 

 

 

input – daily bihar