बिहार के बक्सर के रहने वाले नंदन चौबे ने कलानाग पर्वत हिमालय पर्वत श्रृंखला में शामिल पर्वत की चोटी है पर चढ़ने में सफल हुए हैं। नंदन का कहना है कि वह माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
बिहार के बक्सर जिले के चौसा प्रखंड के सरेंजा गांव निवासी सिंचाई विभाग में कार्यरत अमरनाथ चौबे के पुत्र नंदन चौबे ने हिमालय के कलानाग पर्वत पर सफलतापूर्वक पहुंचने का रिकार्ड बनाया है।
यह सफलता पाकर उन्होंने न सिर्फ जिले बल्कि प्रदेश का भी नाम रोशन किया है। उन्होंने यह कारनामा 10 दिनों की लंबी और कठिन चढ़ाई के बाद कर दिखाया है।
आपको बता दे की कलानाग पर्वत हिमालय पर्वत श्रृंखला में शामिल पर्वत की चोटी है जो कि उत्तराखंड में स्थित है। इसकी चढ़ाई उन्होंने अपने चार अन्य मित्रों के साथ शुरू की और अंतत: सफलता प्राप्त की।
नंदन बताते हैं कि अब वह माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं और जल्दी इसकी तैयारियां शुरू कर देंगे। उन्होंने 6,387 मीटर ऊंची चोटी पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की और भारतीय ध्वज फहरा दिया।
कलानाग की सफलता से बढ़ा आत्मविश्वास
नंदन ने बताया कि वह हर संभव एवरेस्ट पर चढ़ाई करेंगे। पहली बार में ही कलानाग की सफलता पाई है। इसके बाद मिनी एवरेस्ट पर चढ़ाई करने जा रहे हैं।
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उसके बाद माउंट एवरेस्ट चोटी की चढ़ाई भी करेंगे। नंदन ने यह भी बताया कि माउंट एवरेस्ट पर फतह पाना उनका पूर्व से ही सपना है, जिसकी वह तैयारी में भी लगे हुए हैं और हर हाल में वह अपने इस सपने को पूरा करेंगे, ताकि देश और बिहार सहित अपने जिला का भी नाम रौशन कर सकें।
सरकार से लगाई मदद की गुहार
नंदन चौबे ने बताया कि माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई के लिए वह मन बना चुके हैं और उसके लिए वह पूरी तरह से तैयार भी है, लेकिन उनके सामने फंड की समस्या काफी गंभीर है।
नंदन चौबे ने बताया कि माउंट एवरेस्ट पर फतह पाने के लिए लगभग 30 से 35 लाख रुपए का खर्च होंगे, जिसके लिए वह जनता और सरकार से मदद की भी गुहार लगा रहे हैं। ताकि एक नया रिकॉर्ड के साथ-साथ जिले सहित बिहार और भारत का नाम रौशन हो सके।