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बिहार के भागलपुर में 400 बेड का बनेगा नेचुरोपथी अस्पताल, जानिए कब तक हो जायेगा तैयार

बिहार के भागलपुर में 400 बेड का नेचुराेपैथी अस्पताल बन रहा है, जहां रिसर्च भी होगा। साल के अंत तक 80 बेड का अस्पताल यहां शुरू हाे जाएगा।

इसकी तैयारी मायागंज के पास स्थित तपाेवर्द्धन प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र में जाेर-शाेर से चल रही है। 40 बेड उच्च सुविधा वाले ताे 20-20 बेड स्पेशल वार्ड और जनरल वार्ड की तर्ज पर बनाए जाएंगे।

यहां असाध्य बीमारियाें के बेहतर इलाज की सुविधा मिलेगी, साथ ही यह देश का बड़ा रिसर्च सेंटर भी बनेगा। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से संस्था काे 50 कराेड़ रुपए की मदद भी दी गयी है।

इलाज की सुविधा इसी वर्ष शुरू

कुल 200 कराेड़ के प्राेजेक्ट में प्रकृति के करीब मरीजाें काे लाकर उन्हें भला-चंगा करने की दिशा में काम चल रहा है। यहां हर दिन 300 मरीजाें का ओपीडी में भी इलाज करने की सुविधा इसी वर्ष शुरू हाे जाएगी।

Naturopathy Hospital will look like this after being built
बनने के बाद ऐसा दिखेगा नेचुरोपैथी हॉस्पिटल

हालांकि आनेवाले दिनाें में यहां 400 बेड का नेचुरापेथी अस्पताल बननेवाला है। संस्था के निदेशक डाॅ. जेता सिंह ने बताया कि क्षतिग्रस्त अंगाें के पुनर्निमाण काे लेकर हमलाेगाें ने ग्रीन बिल्डिंग की तर्ज पर काम शुरू किया है। यहां आते ही बाहरी वातावरण की तुलना में ठंडक लाेगाें काे महसूस हाेगा।

6 बेड का बनेगा आईसीयू

गंभीर मरीजाें काे नेचुराेपैथी सेवा देने के दाैरान कई बार किडनी फंक्शन व हार्ट में परेशानी हाेने लगती है। ऐसे मरीजाें काे तत्काल एलाेपैथ की जरूरत पड़ेगी।

ऐसे मरीजाें के लिए छह बेड का आईसीयू भी बनेगा, जहां दाे एलाेपैथ के डाॅक्टराें की तैनाती रहेगी। जिससे कि दाे-चार घंटे के लिए आईसीयू का सपाेर्ट देकर कंट्राेल किया जा सके।

खून, पेशाब व बालाें की जांच के अलावा यहां एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, ईसीजी, सिटी स्कैन व एमआरआई की भी सुविधा रहेगी।

अभी अस्पताल ये मिलेंगी सुविधाएं

नेचुराेपैथ के डाॅक्टर – 08

एलाेपैथ के डाॅक्टर – 02

काउंसलर – 20

उच्च सुविधा के साथ बेड – 40

मध्यम वर्ग के लिए स्पेशल बेड – 20

निर्धन मरीजाें के लिए बेड – 20