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बिहार के इस जिले की 600 से अधिक महिलाएं बनेंगी उद्यमी, 272 महिलाओं को मिला 4-4 लाख रुपए

जिले की करीब 600 महिलाओं को प्रधानमंत्री योजना से उद्योग धंधे के लिए प्रशिक्षित किया गया है। आपको बता दें कि जिले के 15000 महिला और पुरुषों के द्वारा मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत फार्म भरे गए थे।

बिहार के सीतामढ़ी जिले की करीब 600 महिलाओं को उद्यमी बनने का प्रशिक्षण दिया गया है। आपको बता दें कि जिला उद्योग केंद्र और बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान द्वारा उन्हें प्रशिक्षण जा रहा है।

संस्था के अनुसार महिलाओं को प्रशिक्षण के बाद प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे। जिले की महिलाएं मोबाइल रिपेयरिंग और चार्जर मेकिंग के साथ महिला गारमेंट्स, ब्यूटीशियन, दाल, तेल, आटा, सत्तू और बेसन के मिनी फैक्ट्री खोलकर रोजगार को बढ़ावा देंगी।

About 600 women of Sitamarhi district were trained to become entrepreneurs

600 महिलाओं को प्रशिक्षण

इसको लेकर आरसेटी के निदेशक सुनील महतो लगातार महिला उद्यमियों को प्रशिक्षण दे रहे हैं। उनका कहना है कि जिले की करीब 600 महिलाओं को प्रधानमंत्री योजना से उद्योग धंधे के लिए प्रशिक्षित किया गया है।

Women were trained for industry through Pradhan Mantri Yojana

आपको बता दें कि जिले के 15000 महिला और पुरुषों के द्वारा मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत फार्म भरे गए थे। जिसमें 479 महिला और पुरुषों का चयन किया गया। इसमें 272 महिलाएं और 131 युवा शामिल है। इसके अलावा करीब 300 महिलाओं को अभी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

206 महिलाओं के खाते में चार-चार लाख रुपए

उनका लोन भी स्वीकृत कराकर अनेक बैंकों के माध्यम से उनके खाते में डलवाए जा रहे हैं। करीब 206 महिलाओं के खाते में प्रथम किस्त का चार-चार लाख रुपए भी दिए जा चुके हैं। बाकी महिला उद्यमियों के खाते में जल्द ही राशि का भुगतान कर दिया जाएगा।

Four lakh rupees of the first installment have also been given in the account of 206 women.

आरसेटी के निदेशक सुनील महतो ने बताया कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के अंतर्गत 486 आवेदन स्वीकृत गए थे। जिसमें एक महिला खुद से इंकार कर गई। वहीं 6 का रद्द कर दिए गए थे।

इसके अलावा जिला उद्योग विभाग के तरफ से सैकड़ों महिलाओं को रोजगार सेवक का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत लाभुकों को डायरेक्ट विभाग की ओर से खाते में पैसा दिया जाता है। इसमें बैंक का कोई लेना देना नहीं है।

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