सबिता महतो ने अपनी यात्रा नयी दिल्ली से पांच जून को शुरू की और 28 जून को यहां पहुंच गयीं। इस यात्रा को रोडिक ने स्पांसर किया था। इससे पहले साल 2020 में बीआरओ ने यह रोड बनाया था, जिसके बाद इसे 2021 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया।
अगर दिल में जुनून हो और हौसले बुलंद हों, तो आप तय लक्ष्य तक जरूर पहुंचते हैं। छपरा की साइकिलिस्ट सबिता महतो ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया है।
वह दुनिया की सबसे ऊंची सड़क उमलिंगला पर साइकिल से सफर तय करने वाली दुनिया की पहली महिला साइकिलिस्ट बन गयी हैं।
यहां तक पहुंचने के लिए वह पास रोथन ला, बरलाचल, नाकिला, लाचुनला, तनलंगला और नोरबुला को पार करते हुए उमलिंगला के पास पहुंचीं।
साइकिलिंग कर दे रही महिला सशक्तीकरण का संदेश
सबिता महतो ने अपनी यात्रा नयी दिल्ली से पांच जून को शुरू की और 28 जून को यहां पहुंच गयीं. इस यात्रा को रोडिक ने स्पांसर किया था।
इससे पहले साल 2020 में बीआरओ ने यह रोड बनाया था, जिसके बाद इसे 2021 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया।
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सबिता भी जल्द गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड के लिए अप्लाइ करेंगी। सबिता का सपना माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराने का है।
सड़क किनारे पिता लगाते हैं मछली की दुकान
सबिता के पिता की सड़क किनारे मछली की दुकान लगाते हैं। सबिता ने टाटा स्टील में नौकरी छोड़कर साइकिलिंग करने का मन बनाया। उन्होंने ऑल इंडिया ट्रेवलिंग के दौरान 12500 किलोमीटर की दूरी तय की है।
वह पहली भारतीय लड़की हैं, जिन्हें 12500 किलोमीटर की यात्रा तय करने का खिताब मिला है। विभिन्न राज्यों के अलावा अन्य देश जैसे श्रीलंका, भूटान, नेपाल समेत पूरे देश का भ्रमण कर चुकी हैं। अब तक साइकिल से उन्होंने 35000 किलोमीटर की दूरी तय की है।