राजधानी पटना की तरह बिहार के अन्य शहरों के सड़कों पर जल्द ही सीएनजी बसें दौड़ती नजर आने वाली है, इसको लेकर परिवहन विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। जिन शहरों को इसके लिए चयनित किया गया है वहां सीएनजी स्टेशन खोले जाएंगे तथा जहां पहले से सीएनजी स्टेशन हैं, वहां संख्या बढ़ाई जाएगी।
विभाग ने पिछले दिनों सीएनजी की आपूर्ति करने वाली कंपनियों गेल, आइओसीएल, थिंक गैस व आइओएजीपीएल के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की थी जिसमें सीएनजी स्टेशनों की स्थिति, नए सीएनजी स्टेशन की स्थापना और पाइप लाइन के विस्तार की समीक्षा की गई थी।
इस योजना के तहत सबसे पहले प्रमंडलीय मुख्यालय और फिर जिला मुख्यालय वाले शहरों को जोड़ा जाएगा। बता दे कि परिवहन विभाग ने पाइप लाइन के विस्तार में भी तेजी लाने को लेकर निर्देश दिया है।
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संपीड़ित प्राकृतिक गैस यानी सीएनजी ऑटो फ्यूल के लिए पेट्रोल-डीजल का एक विकल्प है। दिल्ली-मुंबई समेत देश के सभी बड़े शहरों में सार्वजनिक परिवहन सीएनजी पर आधारित है। सीएनजी बहुत हल्की गैस होती है, इसके अवशेष वायुमंडल में तुरंत ऊपर की ओर उठ जाते हैं। इससे पेट्रोल-डीजल वाहनों के मुकाबले सीएनजी गाड़ियों से प्रदूषण बहुत कम होता है।