बिहार के नालंदा में अंतरराष्ट्रीय ज्ञान का केंद्र रहा नालंदा यूनिवर्सिटी इन दिनों अपने नए अवतार को लेकर लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। विश्वविद्यालय की नई इमारतें की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रही हैैं। लोग तस्वीर को बेहद पसंद कर रहे हैं और सरकार द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना कर रहे हैं।
इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी और जल संसाधन मंत्री संजय झा ने अपने ट्विटर एकाउंट से नालंदा विश्वविद्यालय की फोटो शेयर करते हुए सीएम नीतीश कुमार के प्रयासों की सराहना की है। मंत्री ने फोटो के कैप्शन में लिखा है कि कभी ज्ञान का अंतरराष्ट्रीय केंद्र रहे #नालंदा_विश्वविद्यालय की इन मनमोहक तस्वीरों को देखकर किस बिहारी को गर्व की अनुभूति नहीं होगी! हमें गर्व है कि सीएम नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व में बिहार के गौरवशाली अतीत की पुनर्स्थापना हो रही है।
बता दें कि नालंदा यूनिवर्सिटी दुनिया का पहला यूनिवर्सिटी है। गुप्त काल के दौरान विश्वविद्यालय की स्थापना पांचवी सदी में हुई थी, लेकिन साले 1193 में आक्रमण के बाद इसे जमींदोज कर दिया गया था। प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के निकट गुप्तकालीन 52 तालाब हैं। इन तालाबों को नालंदा विश्वविद्यालय का समकालीन माना जाता है, उनमें कई ऐसे तालाब हैं, जिसे पुरानी बुद्ध काल के समय का बताया जाता है। विश्वविद्यालय के आचार्य और छात्र से लेकर ग्रामीण भी तालाबों के पानी का दैनिक उपयोग और किसान खेती-बाड़ी भी करते थे।
सम्बंधित ख़बरें
बताते चलें कि वर्षा ऋतु के जल संरक्षण का तालाब मुख्य बिंदु हुआ करता था। जमीन के अंदर के जल को नियंत्रित करने के साथ ही भूमिगत जल को भी रिचार्ज करता था। लेकिन सरकार की उदासीन रवैया और अनदेखी के चलते विश्वविद्यालय धीरे-धीरे खंडहर में बदल गया था। अतीत बनते जा रहे इस विश्वविद्यालय के कायाकल्प का बीड़ा खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उठाया जिसके बाद की तस्वीरें हम सबों के सामने हैं।
विश्व की सबसे पुरानी विश्वविद्यालय जिसको सदियों पहले अतिक्रमणकारियों ने जमींदोज कर दिया था, वह फिर से अपने नए अवतार में सबके सामने हैं। विश्वविद्यालय परिसर को इतने सुंदर तरीके और सुविधाओं के साथ सुसज्जित किया गया है जो वर्ल्डवाइड अपनी दावेदारी पेश कर सकता है।