बॉलीवुड की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘हम आपके हैं कौन’ फिल्म का एक गाना दीदी तेरा देवर दीवाना काफी मशहूर हुआ था. इस फिल्म में देवर को अपनी भाभी के बहन से इतना प्यार हो जाता है कि वह उसके साथ शादी करके पूरा जीवन बिताना चाहता था. लेकिन, रील लाइफ से अलग बिहार के छपरा जिले से एक ऐसी रियल लाइफ स्टोरी सामने आयी है जहां दीदी का देवर दीवाना नहीं बल्कि दगाबाज बन गया. दरअसल सारण जिले के तरैया थाना क्षेत्र में एक युवती को अपनी दीदी के देवर से प्यार हो गया. जिसके बाद घरवालों की सहमति से दोनों की मंदिर में शादी करा दी गई. लेकिन, शादी के ठीक एक दिन बाद पति अपनी पत्नी को चकमा देकर फरार हो गया.
जब किसी तरह इस मामले में युवक से संपर्क किया गया तो उसने अपनी अपनी नई नवेली पत्नी को साथ रखने से भी इंकार कर दिया, जिसके बाद अब पीड़िता ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई है. उसने दर्ज कराए मामले में बताया कि अब पति और ससुराल वाले दहेज में मांग रहे हैं. 2 लाख रुपए नगद और बाइक नहीं देने पर साथ रखने और पत्नी मानने से युवक ने इंकार कर दिया है. दरअसल यह पूरी घटना छपरा के तरैया थाना के डुमरी छपिया गांव की है.
पति-पत्नी तरह रहते थे युवक-युवती
इस संबंध में पीड़िता डुमरी छपिया निवासी पीड़िता ने अपने पिता के साथ थाना पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है. पीड़िता ने बताया कि वह अपने जीजा के भाई गोपालगंज जिले के बरौली थाना के रतन सराय बलुआ टोला निवासी सोनू कुमार से डेढ़ वर्षो से प्यार करती है. दोनो एक दूसरे के साथ पति-पत्नी की तरह रहते थे. एक दिन 14 अप्रैल की रात्रि सोनू उसके घर मिलने आया. तब हम दोनो को आपत्तिजनक हालत में कुछ ग्रामीणों ने देख लिया तो गांव में हंगामा हो गया. फिर स्थानीय सरपंच एवम मुखिया की अध्यक्षता में गांव में लोगों ने निर्णय लिया कि हम दोनों की शादी करवा दी जाए. तब 15 अप्रैल को हम दोनों की सहमति से ग्रामीणों ने मढ़ौरा गढ़देवी मंदिर में हमारी शादी करवा दी. हम दोनों पति-पत्नी के रूप में घर आ गए. फिर मां बोली की आज रविवार है कल सोमवार को विदाई होगी. तब रविवार की रात्री हम दोनों एक साथ डुमरी छपिया में ही रह गए.
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अब युवक और उसका परिवार मांग रहा दहेज
पीड़िता के अनुसार इसी बीच सोमवार की सुबह 16 अप्रैल को लड़का शौच के बहाने भाग गया. तब मेरे पिता लड़का के घर गए तो मेरे ससुराल वालो ने कहा कि थोड़ा इंतजार करिए अच्छे से बैंड बाजा और गाड़ी-घोड़ा के साथ विदाई होगा. तब 24 अप्रैल को दूल्हा सोनू कुमार, रघुनाथ साह, उसकी सास मंजू देवी, ननद सोनी देवी एवम विनय साह मेरे घर आए और पिता जी से बोले की हमलोगों को दहेज में नकद 2 लाख रुपए और एक बाईक चाहिए तब विदाई करवा कर ले जायेंगे नहीं तो नहीं ले जाएंगे. अब पीड़िता और उसके पिता दर दर भटक रहे हैं. इसी कड़ी में अब पीड़िता और उसके पिता ने थाने में न्याय की गुहार लगाई है.